हंगामे की भेंट चढ़ा इंदौर निगम परिषद का विशेष सम्मेलन– इधर से चला “इंदौर का पप्पू” तो उधर से उछाला गया “फेंकू – फेंकू”
इंदौर। शनिवार को हुआ इंदौर नगर निगम परिषद का विशेष सम्मेलन हंगामे की भेंट चढ़ गया। गंदे पानी और परिषद की बैठक नियमित नहीं बुलाने के मुद्दे पर कांग्रेसी पार्षदों ने जमकर हंगामा मचाया। बैठक में भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों ने एक-दूसरे पर जमकर अभद्र भाषा का प्रयोग किया। स्थानीय मुद्दों को छोड़कर पार्षद फेंकू, पप्पू, कंस जैसे शब्दों के बाण चलाते रहे। प्रश्नकाल के लिए एक घंटे का समय निर्धारित था, लेकिन यह पूरा हंगामे में ही बीत गया।
सम्मेलन में 65 प्रस्तावों पर चर्चा होना थी, लेकिन पूरे समय कांग्रेसी पार्षदों के शहर को साफ पानी दो के नारे के बीच जमकर शोरगुल होता रहा। सभापति मुन्नालाल यादव ने प्रश्नकाल समाप्त घोषित करते हुए बगैर बहुमत के आधार पर प्रस्ताव स्वीकृत कर दिए। इस पर कांग्रेस के पार्षद सभापति के सामने धरने पर बैठ गए और नारे लगाने लगे। इसका जवाब देते हुए भाजपा पार्षदों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी।
सम्मेलन को बताया अवैध
दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रश्नकाल शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने नलों में आ रहे गंदे पानी का मुद्दा उठाया। इस पर एमआईसी सदस्य जीतू यादव ने उनसे कहा कि आप इधर-उधर की बात करने के बजाय सीधे सवाल पूछें। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया। चौकसे ने सवाल उठाया कि ऐसी कौनसी आफत आ गई थी कि सम्मेलन बुलाने से सात दिन पहले सूचना भी नहीं दी गई। उन्होंने सम्मेलन को अवैध बताते हुए कहा कि अधिकारी भी इसका विरोध कर रहे थे। हम तो सिर्फ चेहरा दिखाने आए हैं।
हंगामे के दौरान एक भाजपा पार्षद ने चिंटू चौकसे को इंदौर का पप्पू कह दिया। इससे विवाद और बढ़ गया।