ग्राम पंचायत बोरलाय में सहायक सचीव कान्हा अलावा ने किया लाखों का गबन

मनावर। तहसील के गांव बोरलाय में सहायक सचिव द्वारा भारी भ्रष्टाचार कर लाखों रुपए की हेर फेर के मामले का खुलासा हुआ है। वहीं सहायक सचीव ने सरकारी भुगतानों के साथ छेड़छाड़ करते हुए ग्रामीणों से भी आवास योजना के प्रति किष्त के हिसाब से 5 हजार रूपय वसूलने का कारनामा भी सामने आया है। उक्त घटना को अंजाम देने वाले बोरलाय के सहायक सचिव कान्हा अलावा बड़े ही रंगीन मिजाज के हैं। वह सूबह से ही नषे की हालत में पंचायत पहुंचते हैं। शाम होते ही उनको सारी सुख सुविधा आवश्यक रूप से चाहिए होती हैं। सहायक सचिव पंचायत में काम करते हुए कम और घूमने ज्यादा नजर आते हैं। वह अलग-अलग जगहों पर अपने मित्रों के साथ घूमते हुए दिखाई देते हैं। पंचायत में मनरेगा की मजदूरी गलत मास्टर बनाकर अलावा स्वयं निकाल लेतंे हैं। आवास योजना में भी काम करने वाले लोगों की मजदूरी जो की 18 हजार 360 रूपय बनती है। उसे भी गलत तरीके से दूसरे के खाते में डालकर सहायक सचिव कान्हा हड़प कर जाते हैं। प्रदेश सरकार किसानों के हित में तरह-तरह की योजनाएं बनती है।

ग्रामीणों से आवास योजना में हड़पे 15 हजार, मनरेगा का पैसा भी नहीं दिया

परंतु इस तरह के भ्रष्ट कर्मचारी गरीबों का हक मार कर अपनी जेबें भरते हैं। बात यहां तक नहीं रूकती खेतों की मेड बनाने की योजना में आने वाला पैसा भी इनके द्वारा हड़प कर लिया गया है। वहीं बोरलाय के ही निवसी विजय ने बताया कि आवास योजना के पैसे 5 हजार प्रति किष्त के हिसाब से मेरे घर आकर कान्हा के द्वारा लिए गए। और तीन-तीन बार 5 हजार रूपय लेने के बाद भी आखरी किष्त नहीं मिली है। ग्रामीणों का भी यही कहना है कि सहायक सचीव कान्हा को 5 हजार देने के बाद भी आखिरी किष्त अभी तक खाते में नहीं आई है। पूरे मामले में जब सहायक सचिव कान्हा अलावा से बात की गई। तो उन्होंने फोन पर बात न करते हुए मिलकर बात करने की पेशकश रखी। परंतु सैकड़ो ग्रामीणों के लाखों रुपए हजम करने के बाद भी इस तरह से मामले को दबाने का प्रयास करना उनके भष्टाचार की पोल खोलता है। मामले की जानकारी लगते ही पूर्व सरपंच भुरी बाई सोलंकी के पति छोटु सोलकी और पूर्व सचिव दयाराम द्वारा भी किए गए भुगतानों की जानकारी सामने आई है। जिसमें पूर्व सरपंच के कार्यकाल में किये कार्य के भगतान भी संदेह के घेरे में दिखाई दे रहे हैं। वहीं पूर्व सचिव दयाराम ने भुगतान को लेकर कहा है कि अगर कोई भी गलती हुई होगी। तो जांच में स्पष्ट हो जाएगा। हम प्रशान का सहयोग करने के लिए तैयार है। परंतु इन सभी में मुख्य घटना को अंजान देने वाले सहायक सचीव कान्हा अलावा अब भागते नजर आ रहे हैं और जगह-जगह अधिकारियों से हाथ पैर जोड़कर मिन्नतें कर रहे हैं।

रिपोर्ट कौशिक पंडित