नरसिंहगढ़ क्षेत्र की 9 बड़ी नकबजनी गैंग का पर्दाफाश
ब्यावरा। राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ एसडीओपी उपेन्द्र सिंह भाटी के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी संतोष सिंह वाघेला के नेतृत्व में नरसिंहगढ़ एंव आसपास के क्षेत्रों में घटित हुए नकबजनी की घटनाओं का पर्दाफाश करने के लिए टीम का गठन किया। विगत दिनों नकबजनी की घटनाओ में घटना स्थलों का निरीक्षण किया और सायबर सेल से जानकारी प्राप्त की। सीसीटीव्ही फुटेज चैक किये।
इस आधार पर संदेही लोगों के फुटेज मिलान किये और उनके बारे में सूचना प्राप्त की। फुटेज के आधार पर दो लोगों के बारे मे सूचना प्राप्त हुई कि दो लोग पल्सर मोटर सायकल से मूण्डला जोड़ पर रकम बेचने के लिये घूम रहे और ग्राहक की तलाश मे हैं। थाने से टीम तत्काल रवाना होकर मुण्डला जोड़ पहुंचकर दोनों संदिग्ध विजेन्द्र कंजर छोटा बैरसिया एवं अनिल कंजर भमाव थाना कुंभराज जिला गुना को पकड़ा। जिनसे चोरी व नकबजनी के संबंध में पूछताछ करने पर दोनों ने अपने साथी दिनेश कंजर छोटा बैरसिया एवं दुबे उर्फ सुबेजी कंजर भमावत थाना कुंभराज के साथ नरसिंहगढ़ के आसपास के क्षेत्र में रात में चोरियां करना बताया। सभी नकबजन आरोपियों से अन्य चोरियों के संबंध में पूछताछ कर सोने-चांदी के जेवरात दिनेश व विजेन्द्र द्वारा अपने घर पर छुपाना तथा कुछ सोने-चांदी की रकम बाबूलाल पिता रामलाल सोनी 52 साल छोटा बैरसिया थाना नरसिंहगढ़ को बेचना बताया। बाबूलाल सोनी छोटा बैरसिया की तलाश की जो घर पर मिला जिससे उक्त अपराधों में आरोपियों विजेन्द्र कंजर, दिनेश कंजर, अनिल कंजर और दुबे कंजर से खरीदे गये चोरी सोने-चांदी के जेवरात खरीदा तथा जो भी सामान आरोपियों द्वारा बेचा गया उन्हें गलाना बताया सभी अपराधों की चोरी की गलाई हुई सोने-चांदी की रकम घर में रखी लोहे की पेटी से गली अवस्था में लाकर पेश की जिन्हें जप्त की तथा आरोपी बाबूलाल सोनी को गिरफ्तार किया। चारों आरोपियों द्वारा ग्राम भोजपुरिया, पलासी, खेड़ी, वरखेड़ा, अमरदास, लक्ष्मणपुरा, सवांसी, शिवधाम कालोनी, शंकरपुरा आदि स्थानों की सभी चोरियों में मिले रुपयों को आपस में बांटकर खर्च किये, आरोपियों से जिले के अन्य थानों की चोरियों के संबंध में पूछताछ जारी है। थाने की कुल 9 नकबजनी में कुल 11 तोला सोना कीमत 6,60,000 व 3 किलो 585 ग्राम चांदी कीमत 2,45,000 रुपये, 2 पल्सर मोटर सायकल किमत 2,00,000 कुल किमत 11,05,000/- रुपये का माल जप्त किया, पुलिस अधीक्षक द्वारा टीम को 10,000 रुपये का ईनाम दिये जाने की घोषणा की गई।