झोलाछाप डॉक्टर के यहां पहुंची महिला की इलाज के बाद मौत, नहीं हो सका पोस्टमार्टम

सुसनेर। नगर में एक बार फिर से झोलाछाप डॉक्टर के इलाज के बाद महिला की मौत का मामला सामने आया है। रविवार को समीप के ग्राम बामानियाखेड़ी निवासी एक 65 वर्षीय महिला का नगर के झोलाछाप डॉक्टर के यहां पेट खराब होने पर इलाज के लिए आई थी, इलाज के दौरान तबीयत खराब होने पर झोलाछाप डॉक्टर ने इसे नगर के ही प्रायवेट अस्पताल में भेजा जहां इसे मृत घौषित कर दिया गया। बाद में इसे सिविल अस्पताल सुसनेर में लाया गया जहां पुलिस की काार्रवाई में देरी की वजह से पोस्टमार्डम नही हो सका। आज सोमवार को इसका पोस्टमार्डम किया जाएगा। जानकारी के अनुसार राजाबाई पति बद्रीसिंह उम्र 65 वर्ष निवासी बामनियाखेड़ी नगर के एक झोलाछाप डॉक्टर के यहां अपने पति के साथ इलाज के लिए पहुंची थी। जहां इस डॉक्टर ने इलाज किया, किंतु इलाज के बाद महिला की तबीयत बिगड़ी तो डॉक्टर इसे वाहन से नगर के डॉक बंगला स्थित मॉ पुष्पा हास्पिटल में भेज दिया। प्रायवेट अस्पताल के डॉ.दिपक प्रजापति के द्वारा इसे मृत घौषित किया। इस दौरान अस्पताल में ग्रामीणों की अच्छी खासी भीड़ भी जमा हो गई। बाद में महिला के परिजन सिविल अस्पताल सुसनेर लेकर आए। महिला के परिजन कालूसिंह नाहरखेड़ा ने बताया कि सिविल अस्पताल सुसनेर में डयूटी पर मौजूद डॉक्टर सुरज गुप्ता ने महिला की मौत होने की जानकारी की बात कही। इस पूरे मामलें में परिजनों के द्वारा इलाज करने वाले डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाए है। पुलिस ने मामले मेंं जांच शुरू कर दी है, किंतु इस घटना के बाद एक बार फिर नगर में बगैर ड्रिग्री के इलाज करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों की कारगुजारी सामने आई है।
देर शाम तक वाहन में पड़ी रही लाश
दोपहर 3 बजे महिला झोलाछाप डॉक्टर के पास इलाज के लिए पहुंची थी। इलाज के बाद महिला की तबीयत बिगड़ने बाद पहले प्रायवेट अस्पताल बाद में सिविल अस्पताल में परिजन लेकर पहुंचे। शाम 4.30 मिनिट पर महिला को परिजन सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे थे, यहां पर पुलिस की कार्रवाई में देरी के चलते रात होने की वजह से महिला का पोस्टमार्डम नहीं हो पाया आज सोमवार को महिला का पोस्टमार्डम कर लाश परिजनों को सौपी जाएगी।