जब आप भगवान की मूर्तियां संभाल नहीं सकते तो दुकान भी ना लगे

मनावर। नगर में मेला मैदान के एक कोने पर प्रतिवर्ष देवी देवताओं की प्रतिमाओं के विक्रेता अपनी दुकान लगाते हैं। जिनके द्वारा गणेश चतुर्थी एवं नवरात्र पर भगवान की प्रतिमाएं विक्रय की जाती है। भगवान की प्रतिमा स्थापना के बाद बची हुई शेष मूर्तियां अगले वर्ष बिक्री के लिए वापस विक्रेता अपने गोदाम में रख लेते हैं। परंतु इस बार गणेश चतुर्थी के पश्चात मनावर के मेला मैदान में स्थित गायों के पानी के जलाशय पर ढेर सारी गणेश प्रतिमाएं डूबी हुई दिखाई दी। जो कि वहां पर लगने वाली दुकानदारों के द्वारा ऐसे ही पानी फेंक दी गई थी। जिसे देखकर रह वासियों ने आपत्ति दर्ज कराई है। लोगों का कहना है कि जब दुकान में बची हुई मुर्तियां रखने की व्यवस्था घर पर नहीं है। तो बचा हुआ माल आप वापस दे सकते हैं। या दुसरे व्यापारी को बेच दें।

मूर्तियों को इस तरह से देखकर यही लगता है, कि जब आपके पास मूर्तियां संभालने के लिए कोई व्यवस्थित जगह नहीं है। तो दुकान ना लगाएं और इस तरह से लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ ना किया जाए। साथ ही प्रशासन को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए, कि जो व्यापारी इस तरह की हरकतें करता है। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत न हो।