इंदौर क्राइम ब्रांच की उज्जैन के कॉल सेंटर पर दबिश -फर्जी कॉल कर ठगते थे लोगों को, 7 गिरफ्तार
दैनिक अवन्तिका(उज्जैन) फर्जी एडवाइजरी कम्पनी के नाम से आर्मी अधिकारी को कॉल कर शेयर मार्केट में इंवेस्ट कर 2 से 3 गुना मुनाफा देने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली फर्जी गैंग को इंदौर क्राइम ब्रांच की टीम ने उज्जैन में दबिश देकर गिरफ्तार किया है।
बताया जा रहा है कि इंदौर क्राइम ब्रांच को आर्मी अधिकारी कैलाशचंद्र निवासी राजगढ़ द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी कि बजाज कैपिटल ट्रेडिंग कम्पनी के नाम से शेयर मार्केट में इंवेस्ट करने के नाम पर उनके साथ 5 लाख 16 हजार की ठगी की गई। एक अन्य शिकायत शिवा अग्रवाल निवासी इंदौर ने भी दर्ज कराई। जिसके खाते का उपयोग कर कई लोगों से ठगे गये पैसे मंगवाये गये थे। क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की तो सामने आया कि शिवा अग्रवाल इंदौर की एक चाय दुकान पर जाते थे, जहां गोविंद नामक युवक का आना-जाना था। दोनों के बीच परिचय हो गया था। गोविंद ने झांसा देते हुए शिवा अग्रवाल से कहा कि मम्मी ने प्लाट बेचा है, जिसके एक लाख रूपये आपके खाते में डलवाना है। उसने कहाकि उसका खाता उज्जैन का है, पैसे निकालने वहां जाना पड़ेगा। उसने शिवा के खाते का उपयोग किया और कई लोगों से ठगे पैसों को मंगवाना शुरू कर दिया। भारतीय सेना जम्मू में पदस्थ कैलाशचंद्र से ठगे रूपये भी उसी खाते में मंगवाए गये है। जांच में सामने आये तथ्यों के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम ने उज्जैन में दबिश देकर बजाज कैपिटल, स्मार्ट कैपिटल कम्पनी और एसएमसी ट्रेडिंग कम्पनी के नाम से फर्जी कॉल कर लोगों को ठगने वाले कमलेश वर्मा निवासी अवंतिपुरा उज्जैन के साथ ऋतिक सोलंकी कृष्णा कालोनी, नितेश मालवीय ग्राम मेंडिया, धीरज जगदुआ अब्दालपुरा, लोकेश कटारिया पटेल नगर, ओमप्रकाश चौधरी ग्राम मेंडिया इंदौररोड और गोविंद परिहार न्यू इंदिरानगर नागेश्वर रोड नानाखेड़ा को गिरफ्तार कर लिया। फर्जी कम्पनी का संचालन करने वाले कमलेश ने पूछताछ में कबूल किया कि वह विक्रम यूनिर्वसिटी से बीसीए पास है। बजाज कैपिटल, स्मार्ट कैपिटल कम्पनी और एसएमसी ट्रेडिंग कम्पनी के नाम से वह साथियों के साथ मिलकर 12 आर्मी अधिकारियों सहित कई लोगों को कॉलिंग कर अपने फर्जी नाम बताते हुए शेयर बाजार में इंवेस्ट करने का झांसा दे चुका है। दोगुना-तीनगुना मुनाफा कमाकर देने से जैसे झूठे वायदे कर निजी डॉक्यूमेंट प्राप्त करना और उन्हे डीमेट अकाउंट एवं शेयर के भाव बढ़ाकर नकली फर्जी एक्सेल शीट भेजते थे और लोगों से पैसा प्राप्त कर करते थे। गोविंद के माध्यम से एक प्रतिशत कमीशन पर बैंक खाते उपलब्ध करवाते थे अब तक 40 लाख की ठगी कर चुके है। क्राइम ब्रांच इंदौर ने सभी को गिरफ्तार कर 14 लेपटॉप सहित अन्य उपकरण जब्त किये है। इंदौर एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया गिरफ्तार किये गये युवको के बैंक खातों के साथ संपत्ति की जांच की जा रही है।