कब्जा लेने पहुंचा निगम, रहवासियों ने किया चक्काजाम -मामला जाल सेवा निकेतन की बेशकीमती भूमि का
दैनिक अवन्तिका(उज्जैन) कोर्ट आदेश के बाद जाल सेवा निकेतन की बेशकीमती भूमि पर रविवार को निगम कब्जा लेने पहुंचा था। रहवासियों ने चक्काजाम कर दिया और द्वेषतापूर्ण कार्रवाई बताया। 2 घंटे बाद निगम का अमला अतिक्रमण हटाकर लौट आया।
सालों पहले मक्सीरोड सब्जी मंडी के पास जाल सेवा निकेतन के नाम से करोड़ो की बेशकीमती भूमि ट्रस्ट को दी गई थी। जहां स्कूल के साथ अन्य सामाजिक गतिविधियां संचालित हो रही थी। समय के साथ स्कूल और सामाजिक गतिविधियां बंद हो गई और लोगों ने 40-50 साल पहले भूमि पर कब्जा कर लिया। जिसको लेकर निगम कोर्ट पहुंचा था। 10 अक्टूबर को कोर्ट ने नगर निगम के पक्ष में फैसला दे दिया। जिसके बाद शनिवार को भूमि पर कब्जा लेने के लिये निगम टीम पहुंची। कुछ लोगों ने स्वेच्छा से सामान हटाना शुरू कर दिया दुकाने लगाने वालों ने एक दिन का समय मांगा था। रविवार को निगम का अमला भूमि पर कब्जा लेने पहुंच गया, जिसके चलते भूमि पर निवास करने वाले 13 मकानों के रहवासी विरोध में आ गये। उन्होने निगम अधिकारियों को बताया कि न्यायालय में याचिका लगाई है, निगम बिना सूचना हटाने की कार्रवाई कर रहा है। न्यायालय ने 17 अक्टूबर को मामले में ुसुनवाई करने की बात कहीं और यथा स्थिति का आदेश दिया। लेकिन निगम अधिकारी कब्जा लेने पर अड़ गये। जिसके चलते रहवासियों ने मक्सीरोड पर चक्काजाम कर दिया। मार्ग पर यातायात अवरूद्ध होने पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। निगम अपर आयुक्त आशीष पाठक, तहसीलदार रूपाली जैन सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। करीब 2 घंटे तक चले हंगामे के बाद निगम की टीम ने कब्जा लेने के मामले में अपने कदम पीछे कर लिये। लेकिन भूमि पर मार्ग किनारे लगी दुकानों का अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को पूरा किया। मामले में निगम अपर आयुक्त आशीष पाठक ने बताया कि 13 परिवार के मामले में कोर्ट के आदेश का पालन किया जायेगा और विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी। वहीं तहसीलदार रूपाली जैन ने बताया कि रहवासियों ने चक्काजाम किया था, जिन्हे समझाईश देकर जाम खुलवाया गया। कोर्ट के आदेश से आगे की कार्रवाई की जायेगी।