पुष्पचक्र अर्पित कर डोली को दी गई अंतिम विदाई – ट्रेनिंग के बाद 5 सालों से पुलिस में थी तैनात
उज्जैन। चोरी, अंधे कत्ल और अपराधों का सुराग तलाशने के लिए 5 सालों से पुलिस विभाग में तैनात डोली (खोजी डॉग) का मंगलवार को निधन हो गया। पुलिस प्रशासन ने पुष्पचक्र अर्पित कर अंतिम विदाई दी।पुलिस विभाग में खोजी डॉग की भूमिका अपराधों का खुलासा करने में काफी महत्वपूर्ण रहती है। 2016 जुलाई माह में जन्म लेने वाली डोली पांच माह की उम्र में पुलिस के साथ कदम से कदम मिलने के लिए विभाग में शामिल हो गई थी। उसे ट्रेनिंग के लिए हैदराबाद भेजा गया जहां से वर्ष 2018 में डोली ने पुलिस लाइन में ज्वाइनिंग ली। 5 सालों में पुलिस के साथ शहर सहित देहात क्षेत्र में हुई कई चोरियों और अंधे कत्लों का सुराग तलाश में डोली ने अपनी भूमिका निभाई। पिछले दो माह से डोली हृदय रोग के चलते बीमार चल रही थी। उज्जैन में चले उपचार के बाद उसे इंदौर भेजा गया था लेकिन उसकी हालत में पूरी तरह से सुधार नहीं आ पाया। 7 साल 3 माह की उम्र में मंगलवार को डोली का निधन हो गया। डोली के निधन की खबर से पुलिस विभाग में शोक की लहर फैल गई। विभागीय प्रक्रिया के चलते डोली का पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस लाइन में अंतिम विदाई देने के लिए उसका शव रखा गया। पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयंतराठौर, गुरुप्रसाद पाराशर सहित वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा डोली को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। पुष्पचक्र अर्पित कर सलामी दी गई और मौन रखा गया। डोली को पुलिस लाइन परिसर में ही दफनाया गया है।