इंदौर में डकैती: घर में ही है कोई मददगार..!
9 करोड़ की जानकारी कैसे पहुंची डकैतों के पास..? घर में मौजूद तीन लोगों की कॉल डिटेल निकाल रही पुलिस
पिछले 10 घंटों में कोई अहम सुराग नहीं लगा हाथ
ब्रह्मास्त्र इंदौर। कल दोपहर 2 बजे भंवरकुआ इलाके में हुई डकैती का अहम सुराग आज 10 घंटे बाद भी नहीं लग पाया है। डकैत जिस 9 करोड़ रुपए के चक्कर में विमल के बड़े थैले लेकर आए थे और 9 करोड़ों रुपए घर में होने का जिक्र कर रहे थे, उससे पुलिस का मानना है कि घर में ही कोई मददगार हो सकता है,जिसने रुपए होने की जानकारी दी हो या फिर किसी अपने ऐसे करीबी के सामने चर्चा की हो जिसके जरिए बात डकैतों तक पहुंची
। फिलहाल पुलिस कहीं घर में ही कोई मददगार तो नहीं ! इस शक पर काम करते हुए परिवार के ही 3 लोगों की कॉल डिटेल निकाल रही है। इस डकैती को हल करने के लिए कई थाना क्षेत्रों की पुलिस लगी हुई है। वहीं आला अधिकारी भी एक-एक बिंदु पर बारीकी से जांच कर रहे हैं।
गौरतलब है कि दिनदहाड़े करीब छह बदमाशों ने पिस्टल ओर चाकू की नोंक पर घर में आधा दर्जन लोगों को बधंक बनाने के बाद डकैती को अंजाम दिया था। बदमाश यहां करीब 20 मिनट से अधिक समय रुकने के बाद वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए थे। पुलिस ने बदमाशों के और फुटेज निकाले। जिसमें वह मेन रोड तक जाते दिखाई दिए है। कई लोगो को थाने लाकर पूछताछ की जा रही है।
व्यस्ततम भोलाराम उस्ताद मार्ग पर बाईक पर आए बदमाशों ने डकैती को अंजाम दिया था। बदमाश स्वं जगदीश वैष्णव के घर से डेढ़ लाख रुपए लेकर फरार हो गए थे। वारदात के समय घर में जगदीश की पत्नी भावना, बेटी श्वेता, नौकरानी ज्योति, सोनू और किराएदार छात्रा सीमा यादव मौजूद थी। यहां आरोपियों ने सभी को बंधक बनाया था। बाद में जब बड़ी बेटी नेहा आई तो बदमाशों ने उन्हें घर में लेकर गन पाॅइंट पर रखा था। पुलिस की अलग अलग टीमें इसमें लगी रही। इसमें 50 से ज्यादा कैमरे दिनभर में चेक किए गए। सड़क से गेट तक जाते हुए बदमाश दिखाई दिए हैं। फिलहाल पुलिस शुक्रवार को आगे के फुटेज निकालेगी।
विमल के झोले छोड़ गए बदमाश
बदमाश अपने साथ विमल कंपनी के झोले लेकर पहुंचे थे। उन्हें जानकारी दी थी कि स्व. जगदीश वैष्णव के घर पर 9 करोड़ रुपए रखे हैं। रुपए नहीं मिलने पर वह अपने साथ लेकर आए झोले वहां छोड़कर चले गए। पुलिस के मुताबिक झोले आसानी से बाजार मिल जाते हैं। इसलिए पुलिस ने उसे जब्त नहीं किया है। फिलहाल मामले में फिंगर प्रिंट के साथ अन्य वस्तुएं भी जब्त की गई हैं।
बड़े बाल वाला और गमछे वाले लड़कों की तलाश
पुलिस के अनुसार जो बड़े बाल वाला बदमाश फुटेज में सबको को आदेश देते दिख रहा है। वह काफी प्रोफेशनल दिखाई दे रहा है। शायद वही इस डकैत गिरोह का सरगना भी है। इसके साथ ही एक बदमाश ने गले में नारंगी रंग का गमछा पहना हुआ है। पुलिस ने उनके हुलिये जैसे कई बदमाशों को थानों में बुलाकर पूछताछ की, लेकिन जानकारी हाथ नहीं लगी। पुलिस को मामले में आसपास के जिलों की पुलिस से भी पहचान के लिए संपर्क किया है।
अहम सवाल : यह 9 करोड़ रुपए का क्या है चक्कर..?
अहम सवाल यह भी है कि जिस 9 करोड़ रुपए के चक्कर में डकैती डाली गई, तो क्या वास्तव में घर में 9 करोड़ रुपए थे? यदि थे तो वह कहां है और यदि नहीं थे तो यह 9 करोड़ रुपए का जिक्र कहां से और कैसे आया? डकैत तो सिर्फ डेढ़ लाख रुपए ही ले गए हैं। रही बात गहनों की तो घर वालों ने चूंकि उन्हें नकली बता दिया था इसलिए वह उन गहनों को भी छोड़ गए। फिलहाल डकैतों के पकड़ाने के बाद ही इस बात का खुलासा हो सकता है कि यह 9 करोड रुपए का क्या चक्कर है?