शिप्रा मैं डूब रहे एक परिवार के 7 लोगो को बचाया
उज्जैन। शिप्रा नदी में आए दिन श्रद्धालुओं को स्नान के दौरान हादसे का शिकार होना पड़ रहा है लेकिन कई बार एसडीआरएफ होमगार्ड और शिप्रा तारक दल के सदस्यों की सूझबूझ से डूबते हुए श्रद्धालु को बचाने का काम हुआ है लेकिन संसाधन की कमी के चलते कहीं बार इन्हें भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है नदी में स्नान करने के दौरान चेतावनी संकेत नहीं होने से श्रद्धालु गहरे पानी में चले जाते हैं जिससे वह डूबने लगते हैं और हादसों का शिकार हो जाते हैं वहीं बाढ़ के पानी की वजह से नदी पर लगा अनाउंसमेंट सिस्टम भी खराब हो गया है जिसकी जिम्मेदार कोई सूद नहीं ले रहे चौकी पर तैनात होमगार्ड के जवानों ने कहा है कि हमने इस बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को लिखित में दिया है अब वह जब भी इसकी शुद्ध ले ले तभी वह सही हो पाएगा होमगार्ड के जवान ने जानकर देते हुए बताया कि इंदौर से 10 लोग शिप्रा नदी में नहाने आए थे जिसमें से सात लोग गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे तत्काल यह देख वहां पर तैनात एसडीआरएफ के जवान ने अपने साथियों को बुलाया और लाइव जाकर नदी में फेंक कर लोगों की जान बचाई लेकिन इसी तरह से कब तक लोग शिप्रा नदी में नहाने के दौरान हादसों का शिकार होते रहेंगे इसका तो भगवान ही मालिक है।