जन प्रतिनिधि मौन- रेल मंत्री जी के आदेश का नही हुआ पालन,रेल कर्मियों की भूख हड़ताल हुई तेज
दैनिक अवंतिका(उज्जैन) रनिंग मुख्यालय बचाओ सयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक एस एस शर्मा और अभिलाष नागर द्वारा उज्जैन मुख्यालय को खत्म करने की साजिश के खिलाफ रेल कर्मचारियों की भूख हड़ताल के 66 दिन बीत जाने के बाद भी माननीय रेल मंत्री जी के 06 अक्टूबर को इन्दोर प्रवास के दौरान उज्जैन लॉबी को समाप्त करने की साजिश के 20 मार्च 2023 के आदेश को तुरंत निरस्त करने का आदेश का पालन मण्डल रेल प्रबंधक रतलाम द्वारा अब तक नही किया है। इससे रेल कर्मचारियों में रेल प्रशासन के खिलाफ आक्रोश बढ़ रहा है व भूख हड़ताल को और तेज करने का निर्णय लिया गया है । जल्द ही एक बड़ी रैली स्टेशन परिसर में निकाली जाएगी।साथ ही साथ रेल कर्मचारियों में आम चर्चा है कि रेल प्रशासन सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओ , जन प्रतिनिधियो को जिस तरह से नजरअंदाज कर रहा है तो अब कर्मचारी किससे गुहार लगाए ? मण्डल रेल प्रबंधक द्वारा आदेश निरस्त नही करते हुए पुनः उज्जैन के साथ सौतेला व्यवहार करते हुए पुराने आदेश को संशोधित करते हुए एक नया केडर रिव्यु निकालकर उज्जैन मे लोको पायलेट मेल एक्सप्रेस की कुछ पोस्ट को दिया गया है जबकि माननीय रेल मंत्री जी के आदेश थे की 20 मार्च के आदेश को निरस्त कर सभी पोस्ट को पुनः इंदौर से उज्जैन लॉबी मे स्थानातरित की जाए लेl सयुक्त मोर्चे की मांग है कि इन्दोर में कोई रनिंग मुख्यालय नही था उज्जैन की पोस्ट को समाप्त करके इन्दोर रनिंग मुख्यालय बनाया है जिसको लेकर क्रमिक भूख हड़ताल जारी है। उज्जैन रनिंग मुख्यालय बचाओ संयुक्त संघर्ष समिति की क्रमिक भूख हड़ताल के 66 वे दिन श्री रामनरेश मीणा, श्री संदीप बिजनारिया , श्री संजय कुमार , श्री महेश कुमार , श्री सुरेश सिंह सेंगर बैठे ।