सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ा युवक भस्मारती में अनाधिकृत प्रवेश कराने वाले 2 युवक हिरासत में -चलित आरती के नाम पर श्रद्धालुओं से वसूलते थे राशि

दैनिक अवंतिका(उज्जैन) महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन के नाम पर ठगने का मामला थम नहीं पा रहा है। एक बार फिर मंदिर के सुरक्षा गार्डो ने शनिवार तड़के 2 युवको को पकड़ा। दोनों अनाधिकृत रूप से श्रद्धालुओं का प्रवेश कराने का प्रयास कर रहे थे। दोनों युवको से पुलिस पूछताछ कर रही है। मामले में प्रतिबंधात्मक कार्रवाई गई है।तड़के 4 बजे बाबा महाकाल की भस्मारती में श्रद्धालुओं को चलित दर्शन की कतार में अनाधिकृत तरीके से प्रवेश कराने का 2 युवको द्वारा प्रयास किया जा रहा था। दोनों को देख भस्मारती प्रवेश की अनुमति चैक करने वाले सुरक्षा कर्मियों को शंका हुई। उन्हे पकडऩे का प्रयास किया गया। एक को मौके से पकड़ लिया गया। दूसरा भाग निकला था, जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। मंदिर में तैनात पुलिसकर्मियों ने दूसरे युवक को भी पकड़ लिया। सुरक्षा कर्मियों द्वारा पकडे गये युवक और उसके साथी को महाकाल थाने लाया गया। जहां एक का नाम सुनील पिता कैलाश वर्मा अवंतिपुरा और दूसरे का नाम अनिल पिता रामचंद्र प्रजापत निवासी ज्ञान का टेकरा जीवाजीगंज सामने आया। बताया जा रहा है कि पूछताछ में सामने आया कि दोनों ऐसे श्रद्धालुओं को तलाश करते थे, जिन्हे भस्मारती के दौरान नंदी हॉल में बैठने की अनुमति नहीं मिल पाती थी। उन श्रद्धालुओं को चलती भस्मारती की कतार में प्रवेश करने के नाम पर दोनों मोटी रकम वसूलते थे। पुलिस ने दोनों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धारा में कार्रवाई की है। सीएसपी ओपी मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच जारी है। दोनों के संबंध में महाकालेश्वर मंदिर समिति को भी अवगत कराया गया है। दोनों के साथ किन लोगों की भूमिका है, इसका पता लगाया जा रहा है। दोनों के बैंक खातों की जांच भी की जाएगी।श्रद्धालुओं से ठगी रोकने के प्रयास नाकाम बाबा महाकाल के मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ दर्शन के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के प्रयास महाकालेश्वर मंदिर समिति द्वारा लगातार किये जा रहे है। कई संदिग्धों पर प्रतिबंध लगाए गये है, बावजूद प्रयास नाकाम साबित हो रहे है। श्रद्धालुओं से धोखाधड़ी के मामले सामने आने के बाद कई सवाल भी खड़े हो जाते है कि आखिर ऐसे लोगों को किसका सरंक्षण मिलता है, जो मामले सामने आने और कार्रवाई होने के बाद भी बेखौफ देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को अपना शिकार बना रहे है। सख्त कार्रवाई नहीं होने से बैखोफ पूर्व में श्रद्धालुओं के साथ हुई धोखाधड़ी के मामले में महाकालेश्वर मंदिर समिति कई प्रकरण महाकाल थाने पर दर्ज करा चुकी है। पुलिस धोखाधड़ी के आरोपियों को गिरफ्तार करती है, लेकिन जमानती जुर्म होने पर उन्हे थानों से छोड़ दिया था। जांच के दौरान पुलिस आरोपितों के खिलाफ पुख्ता सबूत भी नहीं जुटा पाती है। इस बात का पता भी नहीं चल पा रहा है कि आरोपितों को मंदिर में कौन संरक्षण देता है। इसी वजह से न्यायालय में आरोपितों को लाभ मिल जाता है। यहीं वजह है कि अब तक गिरफ्त में आये एक भी आरोपित को सजा नहीं मिल पाई है। जिसके चलते श्रद्धालुओं से धोखाधड़ी करने वाले बेखौफ है।