फिर 2 लोगो ने लगाई फांसी, 29 दिन में 15 लोगों गले में डाला फंदा -पारिवारिक विवाद, आर्थिक परेशानी में जान दे रहे लोग
दैनिक अवंतिका(उज्जैन) एक बार फिर 2 लोगों द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। इस माह (अक्टूबर) के 29 दिनों में शहर के 16 लोगों ने गले में फंदा डाला। जिसमें से 15 की मौत हो चुकी है। ग्रामीण क्षेत्रों के मामलों पर नजर डाले तो 29 दिनों में हर दिन फांसी लगाने के मामले सामने आ रहे है।शनिवार-रविवार के बीच चिमनगंज और भैरवगढ़ थाना क्षेत्र से फांसी लगाकर आत्महत्या किये जाने के मामले सामने आये। चिमनगंज क्षेत्र के शिवांश पेराडाईज में रहने चंद्रशेखर पिता वासु धनवानी ने गले में मौत का फंदा डाला था, मृतक आटो चालक था। फांसी लगाने की वजह आर्थिक तनाव सामने आ रहा है। वहीं भैरवगढ़ क्षेत्र के अ बोदिया में रहने वाले मिथुन पिता ईश्वरलाल ने फांसी लगाई थी। 2 साल पहले पत्नी उसे छोड़कर जा चुकी थी, जिसके चलते तनाव में चल रहा था। इस माह के 29 दिनों में शहर के 16 लोगों ने गले में मौत का फंदा डाला है। जिसमें से 15 की मौत हो चुकी है। पति द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने के बाद अर्पिता कालोनी में रहने वाली पत्नी ने फांसी लगाई थी, जिसे परिजनों ने बचा लिया था। लगातार फांसी लगाकर आत्महत्या करने वालों के पीछे जान देने की वजह आर्थिक परेशानी और पारिवारिक समस्याएं सामने आई है। शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या की जा रही है। अगर 29 दिन का आंकड़ा निकाला जाये तो जिले में हर दिन फांसी लगाने के मामले सामने आ चुके है, जो चिंता का विषय बनता जा रहा है। जहरीला पदार्थ भी खा रहे लोगफांसी लगाकर आत्महत्या करने वालों के साथ लोगों द्वारा जहरीला पदार्थ खाकर भी जान दी जा रही है। जिसके पीछे भी आर्थिक परेशानी और पारिवारिक समस्याएं सामनेे आ रही है। इस माह जहर खाकर जान देने वालों का आंकड़ा भी जिले में 10 से अधिक पहुंच चुका है। आत्महत्या करने वालों में सबसे ज्यादा युवा वर्ग सामने आ रहा है। जो समस्याओं का सामना करने की हिम्मत नहीं कर पा रहा है और जान दे रहा है। ऐसे मामलों में परिवार को अपने बच्चों का ध्यान रखना काफी जरूरी होता जा रहा है। लेकिन भाग-दौड़ भरी जिंदगी के साथ मोबाइल में व्यस्त रहने पर परिवार अपनों से ही दूर हो रहा है।