150 मतदाता करेंगे चुनाव का बहिष्कार, उपायुक्त की करनी पर होगा वार
गृह निर्माण मंडल उपायुक्त की हठधर्मिता एवं गुंडागर्दी से कृषक परिवार परेशान
उज्जैन । गृह निर्माण मंडल के उपायुक्त यशवंत दोहरे की हठधर्मिता एवं गुंडागर्दी से एक कृषक परिवार अंतत: निर्वाचन के बहिष्कार के निर्णय लेने को बाध्य हो गया है। कृषक परिवार की जमीन पर गृह निर्माण मंडल न्यायालय में प्रकरण विचारण में होने के बावजूद निर्माण कार्य करवा रहा है। कृषक की जमीन उसकी बगैर इच्छा के ही अधिगृहित की गई और कुटनीति के साथ उसे कब्जा लिया गया है।
गृह निर्माण मंडल उज्जैन परिक्षेत्र उपायुक्त यशवंत दोहरे सांठगांठ के साथ कमीशनबाजी का काम करने में माहिर हैं। भूमाफियाओं के साथ मिलकर ये कृषकों को परेशन करने में बडे पैंतरेबाज हैं। ठेकेदार से कमीशन के लिए कृषकों की जमीन को खुर्द-बुर्द कर विधि विपरित काम करवाने के लिए ये निचले स्तर के अधिकारियों को दबाव देकर आदेश पालन के लिए बाध्य कर रहा है।
आचार संहिता के दौरान एवं उच्च न्यायालय में प्रकरण होने के बावजूद गृह निर्माण मंडल गोयला खुर्द तहसील उज्जैन में भूमि सर्वे नंबर 38/1,38/2,42/4 कुल रकबा 3.093 हेक्टेयर की विवादित कृषि भूमि पर जबरिया काम की शुरूआत कृषक के विरोध के बावजूद कर दिया है। यहां गृह निर्माण मंडल शिवांगी परिसर निर्माण करने की शुरूआत कर चुका है। जबकि कृषक ने उच्च न्यायालय में रिट पिटिशन फाईल कर रखी है। खास बात तो यह है कि उच्च न्यायालय में प्रकरण विचारण के दौरान ही गृह निर्माण मंडल ने जमीन पर योजना बनाकर उसे धरातल पर उतारने के लिए अपने तईं सभी निर्णय ले लिए हैं। इसमें न्यायालय से इस बात की अनुमति भी नहीं ली गई है। बताया जा रहा है कि भोपाल की फर्म का टेंडर खुलने के बाद मात्र तीन दिन में ही सभी कार्रवाई पूर्ण कर ली गई लेकिन अब तक वर्क आर्डर नहीं दिया गया है। इसके बावजूद जमीन पर ठेकेदार ने काम शुरू कर दिया है। जिसे लेकर गृह निर्माण मंडल भ्रामक जानकारी देकर सीएम हेल्पलाईन को भी गुमराह कर रहा है।
निर्वाचन में शिकायत, कार्रवाई नहीं-
कृषक परिवार के मुखिया की और से उज्जैन दक्षिण के रिटर्निंग अधिकारी को अपनी शिकायत की है। जिसमें बताया गया है कि ग्राम गोयलाखुर्द की भूमि रूपनारायण उर्फ रोहित आदि के नाम पर दर्ज होकर वर्ष 2016 से माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष पीटीशन विचाराधीन है। म.प्र. गृह निर्माण मण्डल आचार संहिता का उल्लंघन करते हुये बिना किसी वर्क आर्डर के उक्त कृषि भूमि पर गृह निर्माण हेतु ठेकेदार से काम करवा रहा है। ठेकेदार मनमाने ढंग से उपरोक्त स्थान पर जेसीबी के माध्यम से बड़े बड़े गड्डे बिना अनुमति के कर भूमि को खराब कर रहा है। कृषक ने तत्काल जांच की जाकर ठेकेदार के विरूद्ध कार्यवाही कर कार्य करने वाली मशीनो को जप्त कर व अन्य सामग्री को जप्त कर अग्रिम आदेश तक तत्काल कार्य बंद करवाने के साथ ही दोषीयों के विरूद्ध कार्यवाही की गुहार लगाई थी।
मतदान बहिष्कार का निर्णय-
कार्रवाई के अभाव में कृषक परिवार ने मतदान बहिष्कार का निर्णय लिया है।मंगलवार को इसे लेकर एक आवेदन उसने जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में दिया है।इसमें बताया गया है कि हाऊसिंग बोर्ड अपर आयुक्त यशवन्त दोहरे न्यायालय के निर्णय की प्रतिक्षा बगैर ही हमारी जमीन पर ठेकेदार से निर्माण कार्य करवा रहा है । आचार संहिता का उल्लघन किया जा रहा है। मामले से संबंधित प्रकरण उच्च न्यायालय में लम्बित है। मेरे व मेरे परिवार के द्वारा कई बार आवेदन देने के उपरांत भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। इससे क्षुब्ध होकर में और मेरे परिवार के लगभग 150 सदस्य विधानसभा चुनाव का पूर्ण रूप से बहीष्कार करते हुए मतदान नहीं करेंगे।