आचार संहिता चल रही, उज्जैन में कार्तिक मेले को लेकर संशय आयोग से अनुमति तो मांगी है, सरकारी विभाग भी इंतजार ही कर रहा
दैनिक अवन्तिका(उज्जैन) चुनाव आचार संहिता लगी है इसलिए इस बार उज्जैन में कार्तिक मेले को लेकर भी संशय बना हुआ है कि यह मेला भी लग पाएगा या नहीं। हालांकि संबंधित विभाग ने मेले के आयोजन के लिए चुनाव आयोजग से अनुमति मांगी है। सरकारी विभाग अब अनुमति का इंतजार कर रहा है। यदि अनुमति मिल जाती है तो मेला लगेगा अन्यथा इस बार लोग मेला नहीं देख पाएंगे। शिप्रा किनारे कार्तिक मेला ग्राउंड पर यह मेला हर साल लगता है तो कार्तिक पूर्णिमा से शुरू होता है। लेकिन इस बार नवंबर में चुनाव होना है। इसके लिए वर्तमान में आचार संहिता चल रही है। चुनाव आचार संहिता में तो मेला नहीं लगाया जा सकता है। लेकिन चुनाव आयोग यदि इसकी विशेष अनुमति जारी करता है तो फिर कुछ नियम व शर्तों के साथ मेला लगा सकते हैं। उज्जैन कलेक्टर ने आयोग को लिखा मेले के लिए पत्र : कार्तिक मेला लगाने के लिए उज्जैन के कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा हैं। चुनाव आचार संहिता के बीच मेले के आयोजन की तिथि आने से इसके लिए आयोग से स्वीकृति लेना अनिवार्य हैं। 26-27 नवंबर को है पूर्णिमा इस दिन से शुरू होता है मेला : इस मेले का आयोजन हर साल नगर निगम करती है। इस बार कार्तिक पूर्णिमा 26-27 नवंबर को हैं। मेले की तैयारियों में काफी वक्त लगता हैं। ऐसे में स्वीकृति समय पर मिलती है तभी मेला लगाया जा सकता है।