बैंकों के सुरक्षा गार्डो को मिली लायसेंसी शस्त्र की परमिशन -घर-घर जाकर पुलिस ने जमा कराये आम्र्स हथियार

दैनिक अवंतिका(उज्जैन) आर्दश आचार संहिता लगने के बाद लायसेंसी हथियारों की अनुमति स्वत: निरस्त मानी जाती है और शस्त्र रखने वालों को थाने में जमा करना होते है। शहर के 12 थानों की पुलिस ने 2070 फायर आम्र्स हथियार जमा करा लिये है। चिमनगंज थाना क्षेत्र के 10 हथियार जमा होना शेष रह गये है। जिसे जमा करने के प्रयास में पुलिस मंगलवार देर रात तक लगी थी। लायसेंसी हथियार रखने की परमिशन सिर्फ बैंको के सुरक्षा गार्डो को दी गई है। शहर में सुरक्षा की दृष्टि से 2080 के लगभग लोगों ने शासन से शस्त्र लायसेंस प्राप्त कर रखे है। जिन्हे लोकसभा, विधानसभा चुनावों के दौरान थानों में जमा करना होता है। 9 अक्टूबर को मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की आर्दश आचार संहिता लागू हो गई थी। जिसके बाद से लायसेंसी शस्त्र जमा कराने का क्रम शुरू हो गया था। शहर के 12 थाना क्षेत्र में 2080 के लगभग शस्त्र लायसेंस जारी किये गये है। 31 अक्टूबर तक लगभग सभी आम्र्स फायर जमा कर लिये गये थे। प्रशासन द्वारा सिर्फ बैंक सुरक्षा गार्डो को शस्त्र रखने की परमिशन जारी की गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार माधवनगर थाना क्षेत्र में 348 लायसेंसधारी है। जिसमें 20 बैंक गार्डो के पास है। नीलगंगा में 164 लायसेंसी शस्त्र है, जिसमें से 2 बैंक गार्डो के पास है। महाकाल में 151 में से 8 को आर्दश अचार संहिता में परमिशन मिली है। चिंतामण थाना क्षेत्र में 218 में से 3 परमिशन पर है। नानाखेड़ा थाना क्षेत्र में 306 में से 1 शस्त्र परमिशन पर है। पंवासा क्षेत्र में 107 को लायसेंस मिली है, जिसमें 6 सुरक्षागार्डो के पास है। नागझिरी थाना क्षेत्र में 134 में से 5 को प्रशासन ने परमिशन जारी की है। भैरवगढ़ में 254 लायसेंसी हथियार जारी किये गये है। सभी चुनाव के मद्देनजर जमा कर लिये गये है। चिमनगंज में 228 में से अब भी 10 जमा होना शेष बताये जा रहे है। कोतवाली पुलिस 82 में से 80 जमा कर चुकी है और 2 की परमिशन होने पर छूट दी गई है। देवासगेट क्षेत्र के 45 लायसेंसी शस्त्रों में से 40 जमा हो चुके है। 5 बैंक सुरक्षागार्डो के जमा नहीं किेय गये है। खाराकुआं पुलिस 43 शस्त्र जमा कर चुकी है। ग्रामीण क्षेत्रों के थानों पर भी शत-प्रतिशत लायसेंसी आम्र्स फायर जमा कराए जा चुके है। आर्दश आचार संहिता लागू होने के बाद दशहरा पर्व तक पुलिस लायसेंसधारियों को कॉल कर शस्त्र जमा करने के निर्देश जारी कर रही थी। उसके बाद घर-घर जाकर लोगों को थाने लाया गया और शस्त्र जमा कराए गये है।