एक आशियाना बनाने पहुंचे अधिकारी अधूरा छोड़ कर लौटे
उज्जैन। पिछले दिनों सरदारपुरा में बदमाश का मकान तोड़ने पहुंची पुलिस और नगर निगम की टीम ने आसपास के आशियाना को भी तोड़ दिया था। मामला उलझा तो मकान बनाने का आश्वासन दिया। एक वृद्धा के मकान को बनाने के लिए निगम टीम पहुंची उसे भी अधूरा छोड़ कर लौट गई।
गुंडे बदमाशों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में पुलिस ने सरदारपुरा के रहने वाले गौरव उर्फ नंदू यादव के मकान को तोड़ने निर्णय लिया। उसके खिलाफ मादक पदार्थ तस्करी और अन्य मामलों में कई अपराध दर्ज थे। सरदारपुरा में वह किराए से रहता था 17 नवंबर को पुलिस और नगर निगम की टीम पहुंची बदमाश के मकान की आड़ में आसपास के 6 मकानों को भी तोड़ दिया गया। विरोध शुरू हुआ तो एचपी कलेक्टर ने निगम अधिकारियों से चर्चा की। रहवासियों को रैन बसेरा में आसरा देने का निर्णय लिया गया। दूसरे दिन तय किया गया कि मकान बनाकर दिए जाएंगे। निगम की टीम सरदारपुरा पहुंची और एक वृद्धा भगवंता बाई के मकान को बनाने का काम शुरू किया। शेष परिवारों के मकान बनाने से इंकार कर दिया गया। जिसको लेकर विरोध जारी रहा। इस बीच वृद्धा का भी अधूरा मकान छोड़कर निगम की टीम लौट गई। अब यहां के रहवासी परेशान हैं और ठंड के दिनों में खुद अपने आशियाने को दोबारा से व्यवस्थित करने में लगे हुए हैं।
शराब ठेकेदार से मिलीभगत के आरोप
पुलिस और नगर निगम द्वारा की गई कार्रवाई के बाद आरोप लगे थे शराब ठेकेदार से मिलीभगत कर पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। जमीन पर बने आशियाना को तोड़कर रहवासियों को बेदखल कर जमीन पर कब्जा किया जाना है। पुलिस ने अपनी गलती छुपाने के लिए निगम को जिम्मेदार बता दिया था। वहीं निगम पुलिस को जिम्मेदार बता रही है। इस बीच रहवासी बेघर नजर आ रहे हैं।