रालामंडल में एक हेक्टेयर जगह पर बनेगा पांच लाख से ज्यादा लागत का तितली पार्क अफसरों ने किया।पीथमपुर में बने निजी पार्क का दौरा,
दैनिक अवंतिका(इंदौर) इंदौर के रालामंडल में अगले साल बेहद जल्द भव्य तितली पार्क और बच्चों के मनोरंजन के लिए एमियूजमेंट पार्क बनाने की तैयारी है। जिसको लेकर वन विभाग को कुछ समय पहले बकायदा बजट भी मिल चुका है। यही नहीं अब बेहद जल्द संभवत इसी माह रालामंडल विभाग द्वारा काम भी की तैयारी है। जिसको शुरू करने लेकर बन विभाग के वरिष्ठ अफसरों ने पीथमपुर के निजी पार्क का दौरा भी किया। साथ ही डीएफओ ने बताया कि बताया प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों को डिटेल रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए है। हमारे पास शासन से यहां भव्य बटर फ्लाय पार्क बनाने के लिए बजट भी मिल चुका है। जिसके लिए तमाम तैयारियां भी शुरू हो गई है।जिसके तहत अब प्रदेश के सबसे छोटे अभ्यारण्य में आने वाले रालामंडल में कायाकल्प का काम जल्द शुरू होगा जिसमें पर्यटकों के लिए कई तरह की नई सुविधाएं जुटाई जाएंगी। जिसमें नक्षत्र वाटिका, तितली पार्क से लेकर बच्चों के लिए मनोरंजन पार्क, कैफेटेरिया भी बनाने की प्लानिंग है। हालांकि ये सारे काम सालभर में किए जाएंगे। तीन चरण में होने वाले कार्यों पर लगभग पचास लाख के आसपास खर्च होने का अनुमान है। जैसे जैसे बजट मिलता जाएगा वैसे वैसे काम होता रहेगा।
साल अभ्यारण्य में मिलेंगी बड़ी सौगात- इधर बताया जा रहा है कि वन मंडल द्वारा रालामंडल में तितली पार्क का काम इसी माह में शुरू करने की तैयारी में है। जो अगले तीन से चार हुआ है। महीने में नए साल में ही पूरा हो पाएगा। वहीं अधिकारियों के मुताबिक दोनों कार्यों के लिए बजट मंजूर हो चुका है। राशि वन विभाग को मिल भी गई है। पांच लाख तितली पार्क और साढ़े तीन लाख एमियूजमेंट पार्क पर खर्च होंगे। गौरतलब है कि करीब 34 साल पहले 1989 में बना रालामंडल अभयारण्य 234 हैक्टेयर में फैला है। वहीं लगभग 30 साल के बाद अभयारण्य के कायाकल्प को लेकर निर्माण कार्य होंगे, जिसमें एक हैक्टेयर में फैले हिस्से में नए तितली पार्क का काम होगा, जिसमें सैकड़ों फुल दार पौधे लगाएंगे। मगर इससे पहले वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी दो से तीन स्थान पर तितली पार्क देखने जाएंगे ताकि यहां और ज्यादा बेहतर से बेहतर पौधे रोपे जा सके। यही नहीं अभ्यारण्य की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पूरे क्षेत्र में तार फेंसिंग भी होगी, ताकि राला मंडल के जंगली जानवर को अभ्यारण्य से बाहर जाने से रोका जा सके। तेंदुए, सियार और नीलगाय और अन्य वन्य प्राणियों को अभ्यारण्य से बाहर नहीं जाने देना है। डीएफओ नरेंद्र का कहना है कि रालामंडल में तितली पार्क से जुड़े कार्यों में विशेषज्ञों की राय और मदद भी लेंगे, ताकि शहर और बायपास से नजदीक एक भव्य और आधुनिक पार्क बन सकें।34 साल पुराने अभ्यारण्य में बरसों बाद शुरू होंगे विकास कार्य — इधर वरिष्ठ अधिकारी वन विभाग डीएफओ नरेंद्र पंडवा के मुताबिक उन्होंने हाल ही में पीथमपुर की एक निजी कंपनी में बने पार्क का दौरा भी किया है। जिसके हिसाब से अब जल्द रालामंडल में भी ऐसा ही भव्य तितली पार्क बनेगा। अभ्यारण्य बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले- फिसल पट्टी भी लगाएंगे इसके लिए साढ़े तीन लाख रुपए मिल चुके है।