विधानसभा चुनाव के बीच ग्रहों का उलटफेर….- ग्रह-नक्षत्रों का राजनीतिक क्षेत्र में भी होता खासा असर…आने वाले समय में कई परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं
उज्जैन। विधानसभा चुनाव की गतिविधियों के बीच ग्रहों का उलटफेर अलग-अलग नजरिए से देखा जा रहा है। क्योंकि ग्रह-नक्षत्र सामाजिक क्षेत्र के साथ-साथ राजनीतिक क्षेत्र में भी खासा असर करते हैं। नव ग्रहों में से एक शुक्र ने राशि बदल ली हैं तो शनि भी मार्गी होने जा रहे हैं। इन दोनों ग्रहों के उलटफेर होने से आने वाले दिनों में कई तरह के परिवर्तन देखने को मिलेंगे खासकर राजनीतिक क्षेत्र में।
शुक्र ने बदली राशि तो शनि भी मार्गी हो जाएंगे….
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित अमर डब्बावाला ने बताया कि शुक्र अभी सिंह राशि में चल रहे हैं जो कि 3 नवंबर से कन्या राशि में प्रवेश कर गए है। संयोग से इस दिन शुक्रवार ही रहा। कन्या राशि के अधिपति बुध ग्रह है और कन्या राशि में शुक्र निम्न अवस्था पर होते हैं। फिर भी दृष्टि संबंधों के आधार पर देखें तो सातवीं दृष्टि उच्च की होती है जो मीन राशि को देखती है। इस दृष्टिकोण से शुक्र का राशि परिवर्तन केंद्र योग बनाएगा। इससे में भी परिवर्तन व प्रगति होगी। शुक्र का कन्या राशि में केतु के साथ युति संबंध रहेगा।
राहू-केतु अक्टूबर में राशि परिवर्तन…कर कन्या राशि में गोचर कर रहे….
राहु-केतु ने 30 अक्टूबर को राशि परिवर्तन किया है। जिसके अंतर्गत राहु मीन राशि में तथा केतु कन्या राशि में गोचर कर रहे हैं। अब कन्या राशि के केतु के साथ ही शुक्र का भी गोचर रहेगा। इस दृष्टि से शुक्र केतु की युति बनेगी यह युति अच्छी है। वहीं शनि 4 नवंबर को मार्गी होंगे। शनि वर्तमान में कुंभ राशि में वक्री चल रहे हैं। 4 तारीख को उनका वक्रत्व काल समाप्त होगा और ये मार्गी हो जाएंगे। कुंभ राशि पर ही मार्गी होने का यही क्रम आगे तक चलेगा। उनके मार्गी होने से बहुत कुछ परिवर्तन होंगे। सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक और व्यापार से जुड़े क्षेत्र में विशेष परिवर्तन के योग बन रहे हैं।