व्यापारियों की उम्मीद पर खरा नहीं उतारा शनि पुष्य नक्षत्र

दैनिक अवंतिका(उज्जैन) दिपावली से पहले शनि-रवि पुष्य नक्षत्र में 8 शुभ योग बने है। शनिवार को शनि पुष्य नक्षत्र व्यापारियों की उम्मीद पर खरा नहीं उतर पाया। बाजार में रौनक दिखी लेकिन व्यापार में तेजी नहीं आई। आज रवि पुष्य नक्षत्र का योग है।नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र को राजा माना गया है। दीपावली से पहले आने वाले पुष्य नक्षत्र को लेकर व्यापारियों में काफी उम्मीद रहती है। इस बार दो दिवसीय पुष्य नक्षत्र में 8 शुभ योग बने। शनिवार को शनि पुष्य नक्षत्र की शुरूआत सुबह 8 बजे हुई। व्यापारियों ने ग्राहको के इंताजर में पूरी तैयारियां कर रखी थी, बाजार में भीड़ दिखाई दी, लेकिन व्यापारियों का कारोबार नहीं चमक पाया। लखेरवाड़ी आभूषण बाजार के व्यापारी अरूण भौंसले ने बताया कि विधानसभा चुनाव के चलते लागू आदर्श आचार संहिता का असर बाजार पर पड़ा है। लोग नगद राशि लेकर निकलने से डर रहे है। पुष्य नक्षत्र के पहले दिन बडे स्तर पर कारोबार नहीं हो पाया है। रविवार को रवि पुष्य नक्षत्र का योग सुबह 11 बजे तक रहेगा, इस दौरान भी कारोबार चमकने की उम्मीद कम ही है। अब आभूषण व्यापारियों को धनतेरस और दीपावली से उम्मीद बनी हुई है। डिजीटल युग में भी बही खाते जरूरीदीपावली से पहले पुष्य नक्षत्र में बहीखातों की खरीददारी भी शुभ मानी जाती है। डिजीटल क्रांति के युग में अब भी व्यापारियों द्वारा बहीखातों का उपयोग लिखा-पढ़ी के लिये किया जाता है। शनि पुष्य नक्षत्र में कमरी मार्ग, गोपाल मंदिर क्षेत्र, फ्रीगंज क्षेत्र में बहीखातों की खरीदी बिक्री हुई है। आज रवि पुष्य नक्षत्र में भी बहीखातों की खरीददारी की जाएगी। साज-सज्जा सामग्री की लगी दुकाने दीपावली पर घरों-प्रतिष्ठानों की साज-सज्जा सामग्री की दुकानें भी लग चुकी है। फ्रीगंज क्षेत्र के शहीदपार्क और पुराने शहर के गोपाल मंदिर क्षेत्र में सड़क किनारे छोटे व्यापारियों ने अपने कारोबार की शुरूआत कर दी है। जहां प्लास्टिक के फूलों की झालर लोगों को आकर्षित कर रही है, वहीं मोतियों की लड़ी के साथ झुमर भी लोग पसंद कर रहे है। घर आंगन को सजाने के लिये रंगोली की खरीददारी भी की जा रही है। 10 नवम्बर से पांच दिवसीय दीपावाली पर्व की शुरआत हो जाएगी।