जैन मुनियों के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले पूर्व सांसद पर कार्रवाई की मांग

दैनिक अवन्तिका(उज्जैन) भाजपा के पूर्व सासद महंत महेश गिरी द्वारा गिरनार तीर्थ क्षेत्र पर दिगंबर साधुओं के प्रति अत्यन्त आपत्ति जनक टिप्पणी करने के संबंध में दिगंबर जैन मुनि संघ व्यवस्था समिति उज्जैन के तत्वाधान में सकल दिगंबर जैन समाज की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी ने ध्वनीमत से महंत महेश गिरी द्वारा दिगंबर जैन साधुओं के प्रति की गई अभद्र टिप्पणी की कड़े शब्दों में आलोचना की तथा वक्ताओ ने महंत गिरी के खिलाफ अलग-अलग थानों में रिपोर्ट करवाने और उज्जैन बंद करवाना, चुनाव का बहिष्कार करना आदि मांगे रखी। आंदोलन के प्रथम चरण में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री गुजरात सरकार को ज्ञापन प्रेषित किये जाने की अपील की तथा इस विषय में हस्तक्षेप कर महंत महेश गिरी पर कठोर कानूनी कार्यवाही की मांग की। अध्यक्षता भरत पंड्या अध्यक्ष आदिनाथ जैन मंदिर लक्ष्मीनगर ने की। बैठक में जिवंधर जैन, सुनील बडछडिया, अजय छाबड़ा, गौरव लुहाडिया, अशोक चायवाले अध्यक्ष सामाजिक संसद, राकेश जैन (बैंक), प्रसन्न बिलाला, स्नेहलता सोगानी, राहुल जैन, धर्मेन्द्र सेठी, निलेश सेठी. मनोज बाकलीवाल, सुनील डोसी ने अपने विरोधपूर्ण विचार व्यवक्त किये। बैठक में दिगंबर जैन मंदिरों के ट्रस्टी पदाधिकारी, सोशल ग्रुप एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी एवं सदस्य गण उपस्थित थे। लगभग 2 घंटे से अधिक चली बैठक का संचालन मुनि संघ के अध्यक्ष हिरालाल बिलाला ने किया। आभार प्रदर्शन सचिव ललित सेठी ने किया। उल्लेखनीय है कि महेश गिरी पूर्व में भी गिरनार जी तीर्थ पर अपने विवादग्रस्त बयान दे चुके है। महेश गिरी की इस टिप्पणी के विरोध में जैन समाज के कई आचार्य, मुनिराज 108 श्री विद्यासागर जी, श्री सुधासागर जी, श्री सुनील सागर जी, श्री प्रणम्य सागर जी, श्री पुलक सागर जी, श्री गुणधर नदी जी, श्री सुप्रभ सागर जी ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। हाल ही में आपत्तिजनक बयान देकर उन्होंने जघन्य पाप किया है। दिगंबर जैन मुनि जैन समाज की आस्था के प्रतीक है तथा वे चलते-फिरते तीर्थ है एक टाइम खड़े खड़े भोजन करते है। ठंडी, बरसात, गर्मी में निवस्त्र रहते है तथा किसी प्रकार की सोने में किसी प्रकार की शैया का उपयोग नहीं करते है एवं पैदल विचरण करते है।

Author: Dainik Awantika