नवाब मलिक का नया खुलासा: वानखेड़े की मुस्लिम टोपी में मौलाना से बात करते हुए तस्वीर जारी की
ब्रह्मास्त्र मुंबई। महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक द्वारा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्ट समीर वानखेड़े के खिलाफ लगाए आरोपों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामले में आधी रात मलिक ने वानखेड़े के खिलाफ एक बड़ा ‘बम’ फोड़ते हुए एक ऐसी तरवीर साझा की है जिसे झुठलाना समीर वानखेड़े और उनके परिवार के लिए मुश्किल नजर आ रहा है। तस्वीर में वानखेड़े जालीदार टोपी पहने हुए एक मौलाना के साथ चर्चा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस फोटो में वह एक कागज पर दस्तखत करते हुए दिखाई दे रहे हैं, नवाब मलिक ने इस फोटो के साथ लिखा सिर पर टोपी, कबूल है, कबूल है, कबूल हैङ्घ ये तूने क्या क्या किया समीर दाउद वानखेड़े? नवाब मलिक द्वारा दिए गए फोटो के कैप्शन से साफ है कि वह इस फोटो को समीर वानखेड़े के निकाह की तस्वीर बता रहे हैं। इसीलिए, उन्होंने इसमें “कबूल है, कबूल है, कबूल है” लिखा है।
वानखेड़े का निकाह पढ़ाने वाले मौलाना का क्या कहना था : मुस्लिम कानून के मुताबिक, निकाह के लिए जरूरी है कि होने वाले पति-पत्नी दोनों ही मुस्लिम हों। वानखेड़े ने निकाह किया इसका मतलब ये हुआ कि उन्होंने खुद को मुस्लिम बताया। वानखेड़े का निकाह मौलाना मुजम्मिल अहमद ने पढ़ाया है। उन्होंने भी मीडिया से यही कहा कि समीर वानखेड़े मुस्लिम हैं और निकाह के वक्त भी उन्होंने खुद को मुस्लिम ही बताया था। उस वक्त उनका पूरा परिवार मुस्लिम ही था। अगर लड़का-लड़की मुस्लिम नहीं होते तो शरीयत के मुताबिक निकाह नहीं हो सकता।