राष्ट्रसंत डॉ. वसंतविजयजी मसा ने दी चमत्कारिक महामांगलिक: बॉस्केटबॉल स्टेडियम में सैकड़ों लोगों ने किया मंत्रोच्चार की चमत्कारिक शक्ति का अनुभव
ब्रह्मास्त्र इंदौर
मां पद्मावती के परम उपासक, भैरवदेव के सिद्धसाधक, राष्ट्रसंत, पूज्य गुरुदेव डॉ. वसंतविजयजी म.सा. ने रविवार को कहा कि समृद्धि, आरोग्य और सुखी होने के लिए मन में सकारात्मक ऊर्जा के साथ विश्वास होना जरुरी है। यदि विश्वास के साथ भगवान की भक्ति करोगे तो निश्चित सफलता मिलेगी ही। पूज्य गुरुदेव डॉ. वसंतविजयजी म.सा. ने यहां रेसकोर्स रोड़ स्थित बॉस्केटबॉल स्टेडियम में भैरवाष्टमी के मौके पर 9 दिवसीय जन कल्याण महोत्सव के तीसरे दिन 555 प्रकार की अति दिव्य चमत्कारिक दैविक कृपा प्राप्त महामांगलिक देते हुए यह बात कह रहे थे।
उन्होंने कहा कि मन में यदि विश्वास रखोगे कि राजा हूं, राजा बनकर रहूंगा ; तो निश्चित ही राजा बन जाओगे। वे बोले, अपने दिमाग की मेंटलिटी बदलो और सकारात्मक सोचो। उन्होंने कहा कि दिनभर सकारात्मक विचारों का आदान-प्रदान करोगे तो आप स्वयं ही नहीं, बल्कि परिवार, समाज व देश का हर प्राणी सदा खुश रहेगा। देश के 20 राज्यों के 450 शहरों-गांवों से आए श्रद्धालुओं, साधकों को सम्बोधित करते हुए पूज्य गुरुदेव डॉ. वसंतविजयजी म.सा. ने यह भी कहा कि व्यक्ति के मन में आने वाली अज्ञानता ही दु:खी करती है, इसलिए उसे त्यागकर व प्रतिस्पर्धा को छोड़कर उच्च स्तर का अपने प्रति विश्वास पैदा करेंगे तो सफलता आपके कदम चूमेगी और जिंदगी भर आपके घर में खुशियों का वास होगा। वे बोले कि पड़ौसी से कभी भी अपने आपको कंपेयर नहीं करो, बल्कि स्वयं पता करो कि पिछले साल मैं कहां था और इस वर्ष किस जगह पहुंचा और आज जहां पहुंचा हूं उसमें दैवीय शक्ति व स्वयं का कितना सकारात्मक आत्मविश्वास है, तो निश्चित सफलता मिलेगी ही। यदि विश्वास रखा ही नहीं, तो कुछ नहीं पाओगे। उन्होंने कहा कि किसी की ‘कॉपी’ मत करो अन्यथा कार्बन कॉपी बनकर रह जाओगे। इस दौरान स्टेडियम में बैठे सैकड़ों लोगों ने पूज्य गुरुदेव डॉ. वसंतविजयजी म.सा. के मुखारविंद से दी गयी चमत्कारिक महामांगलिक व शारीरिक तथा मानसिक सुख शांति की विभिन्न मुद्राओं से चमत्कारी शक्ति का अनुभव किया।
महामांगलिक में हुए चमत्कार, किसी के जेब में सिक्के तो किसी के जेब में आए नोट..
पूज्य गुरुदेव डॉ. वसंतविजयजी म.सा. की रविवार को जीवन की अनमोल शक्ति को प्राप्त कर उज्जवल भविष्य को आत्मसात् करने की 555 प्रकार की अति दिव्य मांगलिक सुनकर बैठे श्रोताओं के जेब में सिक्के, नोट निकले। उन्होंने कहा कि यह कोई चमत्कार नहीं बल्कि भक्ति और विश्वास से हुआ है। वे बोले कि महामांगलिक सुनने आप आए हो तो नेगेटिव ऊर्जा यहीं छोड़कर सकारात्मक विचारों से भरकर रहोगे तो जिंदगीभर समृद्ध बने रहोगे और सदा खुश रहोगे। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्विघ्न निर्माण संकल्प को लेकर भैरवाष्टमी पर्व पर 9 दिनों तक जन कल्याण महोत्सव 19 नवम्बर से 27 नवम्बर तक आयोजित किया जा रहा है। जो यहां महामांगलिक श्रवण करने नहीं पहुंचे। देश और दुनिया में बड़ी संख्या में पूज्य गुरुदेव के यू ट्यूब चैनल थॉट योगा पर इसका सीधा प्रसारण देखकर श्रवण किया।