कांग्रेस ने दर्ज कराई निर्वाचन आयोग को शिकायत ।वोटिंग से पहले मुस्लिम वोटरों को अजमेर भेजने का था षडय़ंत्र -सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने वाले ने यात्रा को किया स्थगित
दैनिक अवंतिका(उज्जैन) विधानसभा चुनाव के मतदान से एक दिन पहले 51 रूपए में मुस्लिम वोटरों को अजमेर भेजने का मामला उस वक्त गरमा गया, जब सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल हुई। कांग्रेस ने इसे मतदान से मुस्लिम वोटरों को दूर रखने का षडय़ंत्र बताते हुए मुख्य निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई। जांच के आदेश होते ही अजमेर यात्रा को निरस्त कर दिया गया। 17 नवम्बर को म.प्र. की 230 विधानसभा सीटो पर मतदान होना है। सभी सीटो पर कांग्रेस-भाजपा में सीधा मुकाबला दिखाई दे रहा है। इस बीच उज्जैन में सोशल मीडिया पर मतदान से एक दिन पहले चलो अजमेर, चलो अजमेर 51 रूपयें में दो दिन की यात्रा की पोस्ट से मामला गरमा गया। मुस्लिम समाज को मतदान से दूर रखने का आरोप लगाते हुए उत्तर विधानसभा कांग्रेस प्रत्याशी माया त्रिवेदी के पति राजेश त्रिवेदी ने इस भाजपा का षडय़ंत्र बताते हुए अपने अधिवक्ता धर्मेन्द्र शर्मा के माध्यम से मुख्य निर्वाचन आयोग को शिकायत दर्ज कराई। वहीं रिटर्निंग ऑफिसर, पुलिस अधीक्षक के साथ महाकाल थाना पुलिस को भी शिकायत दर्ज कराने की प्रतिलिपि भेजी गई। मतदान से एक दिन पहले अजमेर शरीफ यात्रा को लेकर निर्वाचन आयोग ने मामले की जांच तहसीलदार को सौंपते हुए यात्रा की अपील करने वाले स्पष्टीकरण प्राप्त कर ब्यौरा लेने के निर्देश जारी किये। जिसके बाद यात्रा को स्थगति कर दिया गया। मंजूर दाऊद ने वायरल की थी पोस्ट बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर 51 रूपए में अजमेर यात्रा की पोस्ट मंजूर दाऊद मित्र मंडली की ओर से वायरल की गई थी। निर्वाचन आयोग को शिकायत होने के बाद मंजूर अहमद ने मतदान से पहले मुस्लिम वोटरों को मतदान से दूर रखने के आरोपों पर कहा कि मैं और मेरे परिवार के 40 सदस्य पिछले तीन सालों से दीपावली की छुट्टियों में अजमेर शरीफ जा रहे है। सोशल मीडिया पर इसलिये पोस्ट डाली गई कि जो भी स्वागत करना चाहे वो आ सकता है। इससे राजनीति से जोड़ दिया गया है। लेकिन अब यात्रा स्थगित कर दी गई है। उत्तर में 18 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम वोटर उज्जैन उत्तर विधानसभा क्षेत्र में 18 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम वोटर है, सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल होने के बाद कई लोगों ने रजिस्ट्रेशन भी कर लिया गया था। 16 की सुबह अजमेर यात्रा शुरू होने की थी और 17 को पहुंचने के बाद 18 को वापस लौटना था। ऐसे में कांग्रेस को अपना वोट बैंक खिसकने का खतरा नजर आने लगा था। रचा गया था। जिसको लेकर मुख्य निर्वाचन आयोग को शिकायत की गई है।