रोहित दोहरायेंगे विजयी इतिहास
निर्लश तिवारी
रोहित शर्मा की कप्तानी मे भारतीय टीम के विश्वकप मे सिरमौर होने की संभावना बन रही है। लगातार मैच जितने का सिलसिला जारी है। बस यह निरंतरता बनाये रखने होगी। विशेषतौर पर बड़े मैचों मे अर्थात सेमीफाइनल और फाइनल के लिए एक अलग ही टेंप्रमेंट की जरूरत होती है।
इस बार स्पर्धा मे एक संयोग दक्षिण अफ़्रीका मे आयोजित विश्वकप (२००३)से हो रहा है वो यह की सौरव गांगुली की अगुवाई मे भारतीय टीम लगातार जीतती चली गयी और फाइनल मे ऑस्ट्रेलिया से परास्त होकर उपविजेता बनी। निश्चित रूप से गांगुली एक मंजे हुए और आक्रामक कप्तान थे। टीम मे वीरेंद्र सहवाग सचिन तेडुलकर राहुल द्रविड़ युवराजसिंह ज़हीर खान जैसे सितारा खिलाडी भी थे पर शायद वो दिन ऑस्ट्रेलिया का था। अब यह सिर्फ मिथ ही रहे तो अच्छा है । क्योंकि भारतीय टीम भी लगातार जीत रही है परंतु इस बार २००३ की भाँति उपविजेता नही विजेता बनना है यह ट्रैक रिकॉर्ड से परिलक्षित है।
वर्ष २०१९ के सेमीफाइनल हारने के वक्त ही कप्तान धोनी बेट टांगने का मन बना चुके थे जो उन्होंने मीडिया मे बहुत समय बाद साझा किया। यहाँ रोहित अगर बैहतर विदाई चाहते है तो जैसे गांगुली ने धोनी को तैयार किया और कप्तानी सौपी वैसे ही वे हार्दिक पांड्या पर जिम्मेदारी दे सकते है। निश्चित रूप से पांड्या भी जल्दी ही मैच फिट हो जायेंगे। उनकी टीम मे वापसी पर श्रेयस अय्यर बाहर हो सकते है क्योंकि शमी का प्रदर्शन ठीक है और बुमराह के साथ स्ट्राइक गेंदबाज की भूमिका मे है। इंज्युडं होकर बाहर बैठे ऋषभ पंत भी भविष्य मे एक सफल आक्रामक कप्तान बनेंगे ऐसा आंकड़ो प्रदर्शन तथा नेतृत्व क्षमता के आधार पर आकलन किया जा सकता है। इस मर्तबा सेमीफाइनल की चार संभावित टीम भारत ऑस्ट्रेलिया दक्षिण अफ्रिका और न्यूजीलैंड हो सकती है। विश्वकप की एक पुरानी परिपाटी जो पाकिस्तान को हराने की है वो इस बार भी कायम रही और देशभक्ति से ओत प्रोत भारतीय क्रिकेट प्रेमी इस जीत को ही विश्व विजेता होना मानते आये है, तो वह अध्याय तो पूर्ण हुआ पर खेल महायज्ञ की पूर्णहुति भी जल्द ही होगी। भारत एक बार ८३ और २०११ का इतिहास जरूर दोहरायेगा इसकी प्रबल संभावना है।
निर्लेश तिवारी
ज़ोनल हैड
पीएलवि _ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण
संस्थापक सदस्य _ प. जिमखाना क्रिकेट क्लब