केदारनाथ में मिले राहुल-वरुण गांधी — क्या राजनीतिक गुल खिलाएगी दो भाइयों की मुलाकात
केदारनाथ। मंगलवार को दो विपरीत राजनीतिक ध्रुव पर खड़े गांधी परिवार के दो भाइयों की मुलाकात का साक्षी बना। तीन दिवसीय धार्मिक यात्रा पूरी कर राहुल गांधी लौटने की तैयारी में थे, इसी दौरान उनके चचेरे भाई वरुण गांधी केदारनाथ धाम पहुंच गए। मंदिर के समीप स्थित बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के स्वागत कक्ष में दोनों भाइयों के बीच करीब चार मिनट बातचीत हुई। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और पास आ रहे लोकसभा चुनाव से ठीक पहले दोनों भाइयों की इस मुलाकात के राजनीतिक मायने भी टटोले जाने लगे हैं।
पिछले कुछ वर्षों में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और बीजेपी सांसद वरुण गांधी के परिवारों के बीच नजदीकी बढ़ी है। वरुण के परिवार के प्रति प्रियंका का लगाव सार्वजनिक रूप से दिखता रहा है। अब केदारनाथ में हुई राहुल-वरुण की मुलाकात चर्चाओं में है। राहुल गांधी ने वरुण की बेटी अनसूया को भी दुलारा। साथ ही उनकी पत्नी से भी बातचीत की। हालांकि इस दौरान क्या बातें हुईं, यह तो नहीं पता चल सका, अलबत्ता सियासी हलकों में अटकलों का बाजार जरूर गरमा गया।
सियासी जानकारों का मानना है कि वरुण गांधी के बयानों को लेकर उनकी पार्टी सहज नहीं मानी जा रही है। वरुण अपनी बेबाक बयानी के लिए अकसर चर्चाओं में रहते हैं। इसीलिए राहुल से उनकी इस भेंट को राजनीतिक चश्मे से देखने की कोशिशें भी हो रही हैं। हर कोई यह जानने को बेताब है कि आखिर दोनों के बीच क्या बातचीत हुई?
राहुल गांधी की यात्रा में सहयोग कर रहे कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल कहते हैं, इस मुलाकात के दौरान कोई मौजूद नहीं था। यह एक पारिवारिक मुलाकात थी और इसमें क्या बातचीत हुई, यह कोई नहीं जानता। चार मिनट की मुलाकात के बाद राहुल वहां से देहरादून एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए और वरुण बाबा केदार के दर्शन के लिए चले गए।