एमवाय में मात्र पांच रुपए देकर रुक सकते हैं परिजन भवन में, चुनाव के चलते रुका आयुष्मति भवन के मरम्मत का काम
इंदौर। एमवाय में मरीज के परिजन के रुकने की व्यवस्था नहीं होने के कारण अस्पताल के बाहर वे डेरा जमाए हुए हैं। संभागयुक्त ने आयुष्मति भवन के मरम्मत के निर्देश दिए थे, लेकिन चुनाव के चलते काम शुरू नहीं हो पाया है, जिसके चलते मरीज के परिजन अस्पताल में खुले आसमान के नीचे सोते हैं। वर्तमान में भवन में पर्याप्त जगह उपलब्ध है। बावजूद इसके अब बहुत कम लोग ही इस भवन में रूकते हैं। इस भवन की मरम्मत आइडीए और एक संस्था के सहयोग से की जानी है।
महिला-पुरुष के लिए अलग-अलग वार्ड
आयुष्मति भवन में चार हॉल बने हुए हैं। इनमें 53 बिस्तरों की व्यवस्था है। बिस्तरों पर साफ चादर ही बिछाई जाती है। भवन में छह शौचालय भी हैं। हलांकि भवन जर्जर होने से यहां कम लोग ही रूकते हैं।
दीपावली बाद लॉयंस क्लब कराएगा रिनोवेशन
आयुष्मति भवन के रिनोवेशन रंगाई-पुताई की जिम्मेदारी लॉयंस क्लब ने ली है। दीपावली के चलते मजदूर नही मिलने के कारण। यह कार्य नहीं हो पाया है। दीपावली के बाद रंगाई-पुताई होगी। आयुष्मति भवन का निर्माण 1992 में किया गया था। 31 साल हो चुके इस भवन में मरम्मत की आवश्यकता है। इस भवन में एमवाय कैंसर अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल या एमआर टीबी अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजन प्रतिदिन मात्र पांच रुपए देकर यहां रूक सकते हैं, साथ ही संस्थाओं द्वारा सुबह चाय, नाश्ता और भोजन की सुविधा भी दी जा रही है। सुबह 8 से 12 बजे तक साफ- सफाई होती है, साथ ही परिजन को कंबल के साथ लॉकर की व्यवस्था भी है। रात 10 बजे तक प्रवेश दिया जाता है। यहां रूकने के लिए मरीज के परिजन को ओपीडी पर्ची के साथ आधार कार्ड देना पड़ता है।
चुनाव के बाद शुरू होगा काम
आयुष्मति भवन को लेकर तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। चुनाव के चलते मरम्मत का काम शुरू नहीं हो पाया है। चुनाव के बाद इंजीनियर भी इसे देखने जाएंगे, ताकि मरीज के परिजन को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
- राकेश मकवाना, सहायक यंत्री पीआईयू