इंदौर-हरदा मार्ग मार्ग पर अब जल्द घंटों की दूरी मिनटों में होगी पूरी
इंदौर। अब घंटों की दूरी मिनटों में पूरी करने के लिए इंदौर हरदा मार्ग पर करीब 300 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से करीब 30 किलोमीटर लंबा फोरलेन बनाया जा रहा है, इसके निर्माण से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि हरदा- टिमरनी सहित अन्य शहरों से इंदौर की दूरी पहले से बेहद कम हो जाएगी, साथ ही पहले से लोगों का सफर भी अब और ज्यादा आरामदायक और आसान भी हो जाएगा।
जमीन से बन रहा 10 फीट ऊंचा फोरलेन
दरसअल एनएचएआइ का इंदौर हरदा फोरलेन का काम आने वाले 10 सालों में बढ़ने वाले ट्रैफिक को देखते हुए हो रहा है। यह क्षेत्र का पहला फोरलेन होगा जिसे बनाने के लिए शासन ने सम्पूर्ण जमीन अधीग्रहण की है। वहीं बड़ी बात यह है कि यह फोरलेन जमीन से 10 फीट ऊंचा बन रहा है। जिसके लिए वर्तमान में खुदाई के बाद इस सड़क पर सैकड़ों मुहरम, गिट्टी बजरी के डंपर डालकर भराव किया जा रहा है, ताकि सड़क बनने के बाद बारिश के दौरान सड़क से डामर नहीं उखड़े इसके लिए एक फीट का ढलान भी रहेगा। इसे बनाने में कई लेयर मुरम, गिट्टी से मजबूत बेस बनाया जा रहा है।
सबसे खास बात यह है कि इस पूरे मार्ग पर दोनों तरफ रेलिंग भी लगेगी। वहीं अंडरपास के अलावा कहीं से भी वाहनों की एंट्री फोरलेन पर नहीं हो सकेंगी। जिससे आएं दिन होने वाली छोटी – मोटी दुर्घटना का अंदेशा खत्म होगा।
नई फोरलेन से नॉन स्टॉप गुजरेगा ट्रैफिक नॉन स्टॉप ट्रैफिक चलेगा। घंटों का सफर मिनटों में पूरा होगा। यह फोरलेन इंदौर बायपास पर एमआर 10 फोनिक्स मॉल के पास से शुरू होगा। हालांकि इसका बड़ा हिस्सा कनाडिया, खेमाना, सेतखेड़ी सहित करीब 8 गांवों से होते हुए राघोगढ़ तक फोरलेन सड़क बनाने के लिए तेजी से काम चल रहा है, जो करीब 27 किलो मीटर लंबी बनेंगी। जिसकी लागत 300 करोड़ से अधिक की है।
इसके लिए 165 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित कर किसानों को 260 करोड़ का मुआवजा भी दिया गया है। इस हिस्सा पर अभी तेजी से काम हो रहा है। जमीन को समतल कर मुरम बिछाकर बेस बनाया जा रहा है। 30 पुल-पुलिया भी बनेंगे। फोरलेन सड़क के लिए पिछले दिनों करीब एक हजार पेड़ भी हटाएं गए थे।
बारिश के पानी से सड़क खराब नहीं होगी। वहीं सड़क निर्माण प्रोजेक्ट से जुड़े अफसरों के मुताबिक इंदौर से हरदा फोरलेन प्रोजेक्ट के तहत कंपनी राधौगढ़ तक फोरलेन बनाने का काम कर रही है। आधुनिक मशीनरी व तकनीकी से काम हो रहा है। जमीन से 10 फीट ऊंचा फोरलेन बन रहा है। जिससे मिट्टी के धंसने व बारिश का पानी जमा होने से सड़क के खराब होने की समस्या भी दूर हो जाएगी। दुर्घटनाएं रोकने के लिए दोनों तरफ रौ- ‘लंग भी लगाई जाएगी। दो साल में काम पूरा करने की तैयारी है।
इंदौर हरदा-नागपुर सीधा रुट जुड़ेगा-
वहीं अभी इंदौर से हरदा के लिए नेमावर रोड़ होते हुए रुट है। अब हरदा के लिए दो मार्ग हो जाएंगे। इस नए रूट से कम समय में हरदा पहुंचा जा सकेगा। इस फोरलेन को सरकार की महत्वकांक्षी योजना बताया जा रहा है। जो इंदौर को सीधे नागपुर से जोड़ेगी। यह फोरलेन हरदा, बैतूल होते हुए नागपुर फोरलेन से जुड़ेगा। जो इंदौर से हरदा, हरदा से बैतूल व बैतूल से नागपुर फोरलेन का यह मार्ग 290 किमी का होगा। इंदौर राघौगढ़ से आगे राघौगढ़ हरदा काम भी काम चल रहा है। वहीं हरदा से बैतूल भी निर्माणाधीन है। जिसके बाद यह सर्कल पूरा हो जाएगा।