इंदौर से उदयपुर जाने वालो को वीरभूमि मेवाड़ में नहीं मिल रही सीट। जबसे ट्रेन को गुजरात तक बढ़ाया राजस्थान जाने वालों की हो रही फजीयत

दैनिक अवंतिका(इंदौर) इंदौर से मावली जंक्शन और उदयपुर जाने वाले यात्रियों को कई महीनों से इंदौर से रोजाना चलने वाली वीर भूमि मेवाड़ एक्सप्रेस ट्रेन में सीट नहीं मिल रही है। जिसके कारण राजस्थान में मेवाड़ क्षेत्र के चार धाम श्रीनाथजी, द्वारकाधीश, चारभुजानाथजी और एकलिंगनाथजी के दर्शन करने जाने वालों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। हालत यह है कि पिछले कुछ समय से जबसे इस ट्रेन को रेलवे ने गुजरात के असावरा स्टेशन तक बढ़ाया है तब से ऐसी परेशानी हो रही है यात्रियों का कहना है कि पहले शादी विवाह के सीजन और गर्मी की छुट्टियों में ही यह ट्रेन फुल चलती थी। जबकि बाकी दिनों में आसानी से स्लीपर क्लास में सीट कंफर्म मिल जाती थी। लेकिन अब इंदौर से मावली-उदयपुर जाने वाले हजारों यात्रियों को हर दिन स्लीपर क्लास में सीट के लिए भारी मशक्कत करना पड़ रही है। टिकिट कंफर्म के लिए मावली-उदयपुर की बजाय ट्रेन के आखिरी स्टेशन का 100 रुपए ज्यादा देना पड़ रहा किराया। कन्फर्म टिकट के लिए ट्रेन के आखिरी स्टॉप गुजरात के असावरा, हिम्मत नगर तक का टिकिट लेकर 90 से 100 रुपए ज्यादा किराया चुकाना पड़ रहा है।लगातार फुल चल रही है ट्रेन — गौरतलब है कि दीपावली का त्यौहार नजदीक है और आने वाले चल रही है। एक और ट्रेन की मांग दिनों में छोटी दीपावली ग्यारस के बाद फिर से शादी-विवाह का सीजन भी शुरू होने वाला है। जिसके चलते अब दीपावली के बाद से इस ट्रेन में भीड़ और ज्यादा बढ़ने वाली और अभी से वेटिंग चल रही है फिर भी रेलवे द्वारा इस रेगुलर चलने वाली ट्रेन में अतिरिक्त कोच भी नहीं लगाया जा रहा है। जबकि दीपावली और आने वाले दिनों में शुरू होने वाले शादी विवाह के सीजन की भीड़ को देखते हुए बो टैग अभी से शुरू हो गई है। यही नहीं दीपावली तक एक दो दिन छोड़ ज्यादातर दिन ट्रेन में हर दिन बेटिंग नजर आ रही है। इधर गुजरात तक इस ट्रेन को बढ़ाने के बाद से इस ट्रेन को वापसी में गुजरात और राजस्थान के मावली-उदयपुर से भी भरपूर यात्री मिल रहे है । वहीं यहां से भी ट्रेन अब लगातार फुल चल रही है। इधर राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र में प्रतिदिन डायरेक्ट मावली-उदयपुर के लिए सीधी एकमात्र ट्रेन होने से इसमें पालीवाल ब्राह्मण समाजजनों के साथ सिंधी समाज, अग्रवाल समाज, माहेश्वरी, गुजराती समाज, गुर्जर समाज, वैश्य समाज के लोग भी बड़ी संख्या में वीरभूमि मेवाड़ एक्सप्रेस ट्रेन से यात्रा करते हैं लेकिन इस ट्रेन को गुजरात तक बढ़ाने के बाद से इंदौरियों को इसका फायदा ठीक ढंग से नहीं मिल पा रहा है इसलिए ज्यादातर समाजजनो द्वारा रेलवे से विकल्प के तौर पर और नई ट्रेन चलाने की मांग भी की जा रही है। साथ ही भीड़ को देखते हुए इस ट्रेन में अतिरिक्त कोच लगाने की मांग भी की जा रही है