स्मृति शेष : बृजभूषण चतुर्वेदी  (बीबीसी)

उम्र के आठवे दशक मे युवाओ सी ऊर्जा, मृदभाषी चेहरे पर मधुर मुस्कान  रिश्तों मे अपनापन और कार्य के प्रति सौ प्रतिशत समर्पित व्यक्तित्व इंदौर की शान एक शख़्सियत बीबीसी ।

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बीबीसी के नाम से ख्यात  वरिष्ठ पत्रकार बृजभूषण चतुर्वेदी  का अल्प बीमारी के पश्चात देवलोकगमन हुआ।

इंदौर शहर मे छोटे ओहदे से  कॅरिअर की शुरुआत कर शिखर तक पहुंचे। बॉलीवुड मे उनकी विशेष  पहचान “”सुचित्रा फिल्म  डायरेक्टरी “”  से बनी जिसमे फिल्म इंडस्ट्री के कलाकार, गीतकार  ,संगीतकार, चरित्र अभिनेता तकनीशियन और कर्मचारियो के विवरण एवम संपर्क सूत्र प्रकाशित होते थे। यह  प्रतिष्ठित  मार्गदर्शिका  दशकों तक  फिल्मी हस्तियों के ड्राइंग रूम मे टेलीफोन _ मेज पर शोभायमान रहती थी।


गोवा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल मे दशकों तक  इंदौर शहर का प्रतिनिधितत्व करते रहे और विगत वर्ष  सूचना एवम प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ एक फ्रेम मे दिखाई दिये  परंतु इस वर्ष बीमारी के चक्रव्यूह  से बाहर नही आ पाए। जबकि कुछ वर्ष पूर्व  ज्येष्ठ पुत्र विजय के असामयिक निधन से टूट से गए थे पर इसे नियति मानकर कार्यो मे व्यस्त हो गए । पूरे परिवार का उन्हे संबल  मिला और वे  पुनः लय मे आ गए। गौरतलब है की उन्होंने  पुत्र _ पुत्रियों को उच्चशिक्षा मुहैया करवाई । इस मजबूत आधारशिला पर वे  देश _ विदेश मे  कॅरिअर मे उच्च मुकाम हासिल कर पाए।
फिल्म इंडस्ट्री मे पत्रकारिता के मजबूत स्तंभ होकर भी  सदैव विनम्र और उपलब्ध रहे । सिने सर्किट असोसियेशन  के पूर्व  अध्यक्ष   संतोख सिंह जैन से उनकी गहरी मित्रता थी। रामायण  सीरियल के निर्माता रामानंद सागर से उनके पारिवारिक संपर्क रहे।  राजेश खट्टर निलिमा अजीम  जैसे अनेक कलाकार उनके  शास्त्री कॉलोनी  स्थित निवास पर आते रहे ।अनेक देशों मे प्रवास के दौरान उन्होंने हालीवुड  एवम यूरोप सहित अनेक देशों के अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों  के साक्षात्कार किये ।
इंदौर शहर के प्रेस जगत मे उन्हे विशेष सम्मान प्राप्त था। इंदौर प्रेस क्लब के वरिष्ठ सदस्य थे। प्रेस क्लब के गठन के पूर्व  भी कार्यक्रमो की प्रेस कांफ्रेंस होटल अप्सरा मे सफलता पूर्वक  निष्पादित करने मे उन्हे विशेष दक्षता हासिल  थी।  उनकी खबरे  सभी समाचार पत्र _ पत्रिकाओं मे सचित्र प्रकाशित होती और सांध्य दैनिक भी उसे प्रमुखता से  स्थान देते रहे। वस्तुतः अधिकांश अखबार मालिको और   संपादक मंडल से उनके मित्रवत संबंध रहे।
दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के शीर्ष नेतृत्व  एवम स्थानीय जनप्रतिनिधियों से उनके मधुर संबंध रहे और बतौर पत्रकार उन्हे विशिष्ट  सम्मान प्राप्त था।  मेरे  पिता वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार  सह संचालक कृषि रमेशचंद्र  तिवारी से भी उनके गहरे ताल्लुकात रहे । मेरे परिवार मे  दोनों भाईयो के विवाह के दौरान   व्यवस्था मे उनकी प्रमुख भूमिका रही जिसके लिए मे परिवार सहित कृतज्ञ  रहूँगा। उनके चिरंजीवी विराम और मेरे अनुज नितेश     बालसखा  भी है।
बीबीसी के निधन से इंदौर शहर  प्रेस जगत  फिल्म निर्माण व वितरण व्यवसाय  सिंगल स्क्रीन ग्रुप एवम मल्टीप्लेक्स समूह तथा  शिक्षा विभाग सहित मेरी व्यक्तिगत गहरी क्षति हुई है।
बीबीसी अंकल को सादर नमन ।

निर्लेश तिवारी