गुमशुदगी दर्ज कराने चिमनगंज थाने पहुंचे थे परिजन -क्षिप्रा में डूबे युवक की सुबह हुई पहचान

दैनिक अवंतिका(उज्जैन) देर रात तक घर नहीं लौटे युवक के परिजन गुमशुदगी दर्ज कराने चिमनगंज थाने पहुंचे थे। पुलिस ने क्षिप्रा नदी से लाश मिला बताया। परिजनों ने जिला अस्पताल पहुंचकर शव देखा तो मृतक की पहचान हो गई। शुक्रवार दोपहर पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपा। क्षिप्रा नदी भूखी माता मंदिर के पास से गुरूवार को महाकाल पुलिस ने एक युवक का शव पानी में डूबा होने पर बरामद किया था। जिसके हाथ पर धीरज लिखा था। उसका लोअर, शर्ट और जूते समीप घाट पर पड़े थे। युवक की पहचान नहीं हो पाई और कपड़ो से पहचान का कोई दस्तावेज भी नहीं मिला। मामले में मर्ग कायम कर शव जिला अस्पातल के पोस्टमार्टम कक्ष में रखा गया और आसपास के थानों से गुमशुदा व्यक्तियों के संबंध में जानकारी मांगी गई। लेकिन देर शाम तक कुछ पता नहीं चल पाया। इस बीच बाफना पार्क में रहने वाला शर्मा परिवार देर रात तक घर नहीं लौटे युवक की गुमशुदगी दर्ज कराने चिमनगंज थाने पहुंचे। जहां पुलिस ने बताया कि दोपहर में एक युवक का शव क्षिप्रा नदी से मिला है, जिसके हाथ पर धीरज लिखा है। परिवार को महाकाल थाना पुलिस से संपर्क करने जिला अस्पताल पहुंचकर शिनाख्त करने की बात कहीं गई। शुक्रवार सुबह मोनू शर्मा परिवार के सदस्यों को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा और शव की शिनाख्त की। मृतक उसका भाई धीरज पिता हरिओम शर्मा 32 वर्ष होना सामने आया। शिनाख्त होने पर महाकाल पुलिस ने पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की। दोपहर में शव परिजनों को सौंपा गया। परिजनों के अनुसार धीरज एक बेटी का पिता था और दोना पत्तल का कारोबार करता था। उस पर कर्ज भी हो गया था। मामले में पुलिस को कहना था कि परिजनों के बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू की जाएगी। मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट भी मिलना सामने नहीं आया है।