शाजापुर में आधी रात भगवान श्री कृष्ण ने किया मामा कंस का वध
शाजापुर। शहर के सोमवारिया बाजार में कंस दशमी पर कंस वध कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कंस वध के पहले श्री कृष्ण और कंस की सेना के बीच जमकर वाकयुद्ध हुआ। श्रीकृष्ण और कंस के सैनिक के रूप में सजे-धजे कालाकारों ने एक-दूसरे पर तीखे व्यंग बाण चलाए। रात ठीक 12 बजते ही भगवान श्रीकृष्ण ने कंस का वध किया। इसके बाद गवली समाज के लोग कंस के पुतले को लाठी-डंडों से पीटते हुए जमीन पर घसीटते हुए नई सड़क की ओर ले गए। इस मौके पर आयोजन समिति द्वारा गवली समाज के वरिष्ठ जनों का स्वागत सम्मान भी किया गया।
लाठियों से जमकर की पिटाई, घमंड और अत्याचार के प्रतीक कंस वध की 270 वर्षों से मनाई जा रही अनूठी परंपरा
कार्यक्रम को लेकर कई दिनों से तैयारियां की जा रही थी। शहर में करीब 270 वर्षों से कंस वधोत्सव की अनूठी परंपरा निभाई जा रही है। यह आयोजन उत्तर प्रदेश में श्रीकृष्ण जन्मस्थान मथुरा के अलावा मध्य प्रदेश में सिर्फ शाजापुर में किया जाता है।