त्रिवेणी विहार में हुई चोरी का खुलासा पत्नी के जरिये आभूषण ठिकाने लगाना चाहता था सरगना -चोरी की वारदात के बाद नागपुर भाग निकले थे बदमाश
दैनिक अवन्तिका(उज्जैन) त्रिवेणी विहार में दिनदहाड़े चोरी करने वाले बदमाशों ने 2 दिन बाद शहर छोड़ दिया था। क्राइम और सायबर टीम नागपुर से गिरफ्तार कर उज्जैन लाई है। वारदात का सरगना पत्नी के माध्यम से आभूषण ठिकाने लगाने की फिराक में था।
11 नवबंर को दिनदहाड़े त्रिवेणी विहार में गिरीश वर्मा के मकान का ताला तोड़कर आगररोड गांधीनगर में रहने वाले बदमाश धीरज उर्फ धीरू पिता गजेंद्र उर्फ गज्जू ठाकुर 26 वर्ष ने अपने मोहननगर में रहने वाले साथी कान्हा उर्फ कन्हैया पिता शांतिलाल डोडिया जाति भील ठाकुर 23 वर्ष के साथ मिलकर अंजाम दिया था। क्राइम ब्रांच और सायबर टीम दोनों बदमाशों को नागपुर से गिरफ्तार उज्जैन लाई है। वारदात का सरगना धीरज होना सामने आया। जो अपनी पत्नी को भी साथ लेकर नागपुर पहुंचा था। बदमाशों से पूछताछ में सामने आया कि चोरी को अंजाम देने के बाद वह घर लौट आये थे। 2 दिन तक शहर में रहे, उसके बाद शहर छोड़कर निकल गये। छिंदवाड़ा पहुंचने के बाद जबलपुर और उसके बाद नागपुर पहुंचे थे। जहां एक होटल में ठहरे थे। वहां से भी आगे जाने की योजना थी,लेकिन पुलिस पहुंच गई। बदमाश धीरज ने बताया कि वह पत्नी के माध्यम से चोरी के आभूषण ठिकाने लगना चाहता था। शनिवार को मामले का खुलासा एएसपी गुरूप्रसाद पाराशर ने करते हुए बताया कि वारदात का सरगना धीरज पूर्व में भी चोरी की वारदात कर चुका है। उसके खिलाफ इस वर्ष जीवाजीगंज पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज किया था। 2022 में चिमनगंज पुलिस की गिरफ्त में डकैती की योजना बनाते आया था। वहीं 2019 में हत्या का प्रयास भी कर चुका है। 2017 में मारपीट और आर्म्स एक्ट का प्रकरण चिमनगंज थाना पुलिस दर्ज कर चुकी है। नागिारी थाना एसआई जीएस मंडलोई के अनुसार दोनों बदमाशों को न्यायालय में पेश कर एक दिन की रिमांड पर लिया गया है। अन्य मामलों के संबंध में पूछताछ की जा रही है। इंजीनिरिंग कॉलेज के जंगल में फेंका सामान बताया जा रहा है कि त्रिवेणी विहार में चोरी के बाद बदमाश इंजीनियरिंग कॉलेज के समीप जंगल में पहुंचे थे। जहां उन्होने आभूषण के बेग और आर्टिफिशल ज्वेलरी फेंक दिये थे। दोनों बदमाशों ने पूछताछ में कबूल किया कि वारदात वाले दिन एक्टिवा क्रमांक एमपी 13 एमजी 1553 से पहुंचे थे। पहले उन्होने रैकी की थी, सूना मकान दिखाई देने पर लोहे की रॉड से ताला तोड़ा था। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर लोहे की रॉड, एक्टिवा, एक सोने का हार, 1 चेन, 5 सोने के पेंडल, 4 अंगूठी, 3 जोड चांदी की पायजेब, एक चांदी की सिंगल पायल, 4 बिछुड़ी और 3 हजार 500 रूपये, अलमारी की चाबी का गुच्छा और एटीएम कार्ड बरामद, जो 2.50 लाख से अधिक होना सामने आई है। किताबे निकाल स्कूल बेग में भरे आभूषण बदमाशों से पूछताछ में सामने आया कि ताला तोड़ने के बाद घर में धीरज ने प्रवेश किया था। कान्हा बाहर खड़ा था। अलमारी से आभूषण और नगदी चोरी करने के बाद गिरीश वर्मा के बेटे का स्कूल बेग उठाया और किताब-कॉपी निकालने के बाद उसमें चोरी किया सामान रखकर एक्टिवा से भाग निकले थे। विदित हो कि चोरी का मामला सामने आने के बाद नागिारी टीआई केएस गेहलोत अपनी टीम के साथ जांच के लिये पहुंचे थे और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे थे। सायबर की मदद से बदमाशों की लोकेशन ट्रेस की गई थी। रेस्टोरेंट पर पेट्रोल डाला लगाई थी आग बदमाशों से पूछताछ में सामने आया कि वारदात के दूसरे दिन उन्होने दीपावली मनाई थी। जिसमें चोरी किये रूपये खर्च किये थे। रात में उनके दोस्त रोहित पिता मानसिंह खन्ना 19 वर्ष निवासी शिवशक्ति नगर के भाई को खाक चौक सनलाइट रेस्टोरेंट के संचालक से विवाद हो गया। जिसके चलते दोनों रोहित और एक नाबालिग के साथ रात में खाकचौक पहुंचे और पेट्रोल डालकर रेस्टोरेंट में आ लगा दी थी। चिमनगंज थाना पुलिस ने रेस्टोरेंट संचालक संदीप मीणा निवासी कमल कालोनी की शिकायत पर धारा 435 का प्रकरण दर्ज किया था। बदमाशों से आगजनी का खुलास होने पर उनके दोनों साथी रोहित और नाबालिग को भी हिरासत में लिया गया है।