आस्था की भीड़ में सक्रिय बनी रही बदमाशों की गैंग -तीन दिनों से हो रही वारदाते, शिकायती आवेदन जांच का आश्वासन
दैनिक अवंतिका उज्जैन। धार्मिक नगरी में आस्था के बीच पहुंच रही बदमाशों की गैंग को पकड पाने में पुलिस नाकाम दिखाई दे रही है। सुरक्षा में भारी बल तैनात किया जाता है, लेकिन श्रद्धालुओं की सुरक्षा नहीं हो पा रही है। सोमवार को कार्तिक मास में निकलने वाली महाकाल की दूसरी सवारी और क्षिप्रा नदी पर पूर्णिमा का स्नान होने पर दर्जनों श्रद्धालुओं के साथ वारदात होना सामने आया है।
दीपावली के बाद एक बार फिर से बाबा महाकाल की नगरी में आस्था का सैलाब बढ़ता दिखाई दे रहा है। 24-25 नवबंर की रात हरिहर मिलन में लाखों श्रद्धालु शामिल हुए थे, दूसरे दिन बैकुंड चतुदर्शी होने पर सिद्धवट पर दूध अर्पित करने और पिंडदान-तर्पण करने वालों की आस्था दिखाई दी थी। सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा का स्नान और कार्तिक मास में निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारी के साथ क्षिप्रा में दीपदान का पर्व था। लाखों श्रद्धालु महाकाल मंदिर से लेकर रामघाट तक दिखाई दे रहे थे। आस्था की भीड़ में बदमाशों की गैंग सक्रिय बनी रही। सुबह जहां रामघाट पर श्रद्धालुओं के साथ वारदात होना सामने आई, वहीं शाम को बाबा की सवारी और दीपदान के समय फिर श्रद्धालुओं की जेब साफ हुई। दिनभर में दर्जनों श्रद्धालुओं के साथ बदमाशों ने वारदात की, लेकिन सुरक्षा में तैनात रही पुलिस बदमाशों की पहचान नहीं कर पाई। आस्था का सैलाब देख पुलिस प्रशासन की सांसे भी फूलती दिखाई दे रही थी। भीड़ में श्रद्धालु अपने साथ होने वाली वारदातों की शिकायत पुलिस से कर रहे थे, जिन्हे थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराने का हवाला दिया जा रहा था। आस्था के हालत ऐसे थे कि थाने तक पहुंचने का रास्ता श्रद्धाुलओं को नहीं मिल पा रहा था। शाम के समय 20 से 25 श्रद्धालु थाने तक पहुंचने में सफल हुए, जिनसे पुलिस ने शिकायती आवेदन लेकर जांच का आश्वासन दे दिया। मंदसौर से आये ब्रदीलाल पिता चंद्राजी ने बताया कि बदमाशों ने उनका मोबाइल चोरी किया है। वहीं पंकज शर्मा सिहोर, सौरभ निवासी जोधपुर का भी मोबाइल गायब हुआ था। जयपुर से आये मनीष कुमावत का बदमाशों ने पर्स चोरी कर लिया था। बताया यह भी जा रहा है कि एक महिला के गले से मंगलसूत्र और दूसरी के गले से सोने की चेन बदमाशों ने चोरी की है। मामलों को लेकर महाकाल थाना पुलिस का कहना था कि कुछ संदिग्धों को पकड़ा गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। विदित हो कि शहर में महाकाल मंदिर, रामघाट से जुड़े बड़े धार्मिक पर्वो के दौरान बाहर से आने वाले श्रद्धाुलओं के साथ बदमाशों की गैंग दर्जनों की संख्या में वारदातों को अंजाम देती है। पुलिस हर बार शिकायती आवेदन लेकर जांच का आश्वासन दे देती है। लेकिन बदमाशों को पकड़ने में नाकाम रहती है।