मंहगे शौक पूरे करने के लिये चोरी किये थे आभूषण -शाही सवारी देखने आया था, बुआ सास के यहां रूका था 2 दिन
दैनिक अवंतिका उज्जैन। मकान का ताला टूटे बिना हुई चोरी के मामले में पुलिस ने फरियादी महिला के भतीजे दामाद को गिरफ्तार किया है। दामाद ने मंहगे शौक पूरे करने के लिये सोने-चांदी के आभूषण चोरी किये थे। चोरी को सितंबर में अंजाम दिया गया था। जिसका पता अक्टूबर में चला था।
सांदीपनी नगर ढांचाभवन में निर्मलाबाई पति रामेश्वर सोलंकी को अपने मकान ताला टूटे बिना पलंग पेटी में रखे सोने-चांदी के आभूषणों से भरा बेग गायब होने का पता 13 अक्टूबर को पता चला था। पहले घर में तलाश की गई और परिवार से जानकारी ली गई। पता नहीं चलने पर 28 अक्टूबर को मामले की शिकायत चिमनगंज थाने पहुंचकर दर्ज कराई और 9 सितंबर को रतलाम के ग्राम नगरा से आये भतीजा दामाद नवीन पिता मुकेश पंवार और उसकी पत्नी जया पंवार पर शंका जताई। जो 11 सितंबर को निकलने वाली शाही सवारी देखने के लिये आये थे और 2 दिन रूकने के बाद वापस लौट गये थे। पुलिस ने निर्मलाबाई द्वारा जताई गई शंका के आधार पर जांच शुरू की। 27 नवबंर को नवीन को पूछताछ के लिये बुलाया गया, पहले तो वह चोरी से इंकार करता रहा। जब सख्ती की गई तो उसने वारदात करना कबूल कर लिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर सोने का हार, एक मंगलसूत्र, सोने की बालियां, तीन सोने की अंगूठी, आधा किलो चांदी की पायजेब, एक चांदी की चेन, चांदी के दो कड़े और बेग में रखा आभूषणों का बिल बरामद कर लिया। बुधवार को मामले का खुलासा करने के बाद पुलिस ने आरोपित को न्यायालय में पेश किया, जहां से केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ भेजा गया है।
कुछ आभूषण लगा दिये थे ठिकाने
बुआ सास के यहां रूकने के दौरान नवीन ने रात के समय पलंग पेटी से आभूषण का बेग निकाला था, उसने परिवार और पत्नी के गहरी नींद में होने का फायदा उठाया। नवीन पूर्व में उज्जैन रहने आया था, यहां लांड्री में काम करता था और बुआ सास के साथ रहता था, उसे आभूषणों की जानकारी थी। उज्जैन से जाने के बाद मंहगे शौक लग गये थे। जिसे पूरा करने के लिये उसने बुआ सास के घर चोरी को अंजाम दिया। नवीन की करतूत का पता पत्नी को भी नहीं चल पाया। उसने कुछ आभूषण ठिकाने लगा दिये थे। जिसे पुलिस ने बरामद कर शेष आभूषण नवीन के पास से जब्त किये है।
पहले दे चुका था शपथ पत्र
जानकारी सामने आई है कि आभूषण का बेग गायब होने और सोलंकी परिवार द्वारा नवीन पंवार पर श्ांका जताने के बाद पुलिस ने उसे पूछताछ के लिये बुलाया था, उस दौरान नवीन ने वारदत से इंकार कर दिया था, वहीं शपथ पत्र देकर चोरी नहीं करने बात कहीं थी। लेकिन पुलिस की नजर उस पर बनी हुई थी, उसके शौक देख उसे हिरासत में लिया गया और सख्ती दिखाई गई तो मामले का खुलासा हो गया।
इनकी रही भूमिका
बिना ताला टूटे चोरी हुए 3 लाख के आभूषण बरामद करने और मामले का खुलासा करने में चिमनगंज टीआई आनंद तिवारी के निर्देशन में एसआई जितेन्द्र सोलंकी, प्रधान आरक्षक जगदीश मालवीय, महेश बैस, आरक्षक मनोज मोहबे और अरविंद राजपूत की भूमिका सामने आई है।