यूरिया खाद की कमी प्रदेश में हड़कंप..उज्जैन कलेक्टर ने कहा..पर्याप्त खाद है जिले में..
उज्जैन। अब तक जिले में 30 हजार मैट्रिक टन यूरिया खाद मिली है वही 27 हजार मैट्रिक टन का वितरण किया गया है। उज्जैन के कई सोसाइटियों में खाद की आपूर्ति भरपूर बताई जा रही है। दरअसल मध्य प्रदेश के कई जिलों में गेहूं की बोवनी पूर्णता की ओर है। उज्जैन जिले में भी करीब करीब खेतों में गेहूं की बुवाई हो चुकी है जिसके बाद किसानों को यूरिया खाद की आवश्यकता बड़ने लगी है। उज्जैन के कृषि उपज मंडी स्थित समिति में एक किसन को चार बोरी खाद की एक पावती पर दी जा रही है। 2 दिन बाद फिर किसन उसी पावती पर चार बोरी ले सकता है। खाद को लेकर सोसायटी के बाहर लाइन लगी है। किसानों को टोकन के माध्यम से खाद का वितरण किया जा रहा हैं। कई किसान आवश्यकता के अनुसार खाद नहीं मिलने से आज भी नाराज है तो वही उज्जैन जिला कलेक्टर का कहना है कि उज्जैन में पर्याप्त मात्रा में खाद है। उज्जैन जिले के जगोटी गांव के किसान सुरेश मंडी में फसल बेचने व खाद खरीदने आए थे। उन्होंने बताया की बोवनी के समय अधिक आवश्यकता थी। उस समय खाद अधीक मात्रा में नहीं मिल सकी । आज भी लेने पहुंच रहे हैं तो एक दिन का समय बताकर टोकन दिया गया है। संचालक द्वारा सर्वर डाउन होने बताते है। एक बीघा में दो बोरी खाद की आवश्यकता होती है। 20 बीघा जमीन होने के बाद भी 4 बोरी दी जा रही है। प्राइवेट संचालक एक बोरी 400 से लेकर 500 रुपए में मिलती है।
उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम का कहना है की यूरिया की कमी उज्जैन जिले में नही है। शासन के सख्त निर्देश है कि सोसायटी के सदस्यों को ही यूरिया खाद दी जाए। डिफॉल्टरो और अन्य किसानों के लिए जिले में 11 केंद्रों से नगद राशि देकर ही यूरिया खरीदना है। लगातार यूरिया सप्लाई मिलने से पर्याप्त मात्रा में यूरिया है। अब तक 30 हजार टन यूरिया मिल चुकी है। 27 हजार टन यूरिया का वितरण किया गया है। जिले में बोवनी भी पूरी हो चुकी है।
रिपोर्ट विकास त्रिवेदी