28 लाख का लोन दिलाने का झांसा देकर 7.10 लाख रुपये ठगे

उज्जैन । डेयरी फार्म खोलने के लिए 28 लाख रुपये का लोन दिलाने के नाम पर 7.10 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। करीब दो साल बाद पुलिस ने ठगाए युवक की शिकायत पर आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।

नागझिरी पुलिस ने बताया कि गिरीश पुत्र सत्यनारायण चौहान उम्र 29 वर्ष निवासी शांतिनाथ की गली छोटा सराफा ठेकेदारी का काम करता है। उसका परिचित विकास पुत्र राजेश जैन निवासी खरसौदकलां बडनगर ने खुद को पंजाब नेशनल बैंक का लोन एजेंट बताते हुए लोन दिलाने का झांसा दिया था। इस पर गिरीश ने डेयरी फार्म खोलने के लिए 28 लाख रुपये के लोन की आवश्यकता बताई थी। विकास ने 5 मई 2019 को बैंक के लेटरपेड पर लोन स्वीकृति होना बताया था। विकास ने कहा था कि उसे तत्काल 28 लाख रुपये लोन के एवज में 25 फीसद मार्जिन मनी 7.10 लाख रुपये बैंक में जमा करवाना होगी। विकास ने गिरीश को कहा कि उसका बैंक खाता खरसौदकलां में खुलवाना पड़ेगा, इसमें सात दिन लगेंगे। विकास ने अपने बैंक खाते में 7.10 लाख रुपये गिरीश से जमा करवा लिए। इसके बाद भी विकास ने लोन पास नहीं करवाया और गिरीश के रुपये भी वापस नहीं किए। मामले में गिरिश ने नागझिरी पुलिस को शिकायत की थी। पुलिस ने करीब दो साल बाद आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।

दोस्त के घर पर दिए थे कागजात

गिरिश ने पुलिस को बताया कि उसने विकास जैन को लोन संबंधित अपने कागजात देवास रोड स्थित कालोनी में रहने वाले दोस्त के घर पर दिए थे। रुपये के लिए लोन स्वीकृति पत्र भी आरोपित विकास ने वहीं बताया था। इस पर पुलिस ने जांच के बाद आरोपित पर मामला दर्ज किया।