बंगाल की खाड़ी में चक्रवात, रात 8 बजे बाद से छाया कोहरा -10 किमी. प्रतिघंटे से चली हवा ने बढ़ाई ठिठुरन
दैनिक अवंतिका
उज्जैन। मौसम का मिजाज पिछले एक सप्ताह से बदलता दिखाई दे रहा है। रविवार शाम फिर से हवा की रफ्तार बढ़ गई और 8 बजे बाद ही कोहरा दिखाई देने लगा। मौसम वैज्ञानिको ने बंगाल की खाड़ी में चक्रवता (माईचौंग) को वजह बताया है। जिसे एक बार फिर बारिश की संभावना बढ़ गई है।
26 नवबंर को पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मावठे की बारिश शुरू हुई थी और मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया था। जिसके बाद से तापमान में उतार-चढ़ाव के साथ आसमान में बादल छाए हुए है। एक बार फिर से नया सिस्टम एक्टिवेट हुआ है। मौसम वैज्ञानिको के अनुसार बंगाल की दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी के ऊपर दबाव का क्षेत्र तेज हो गया है। जो उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। जिसने रविवार को चक्रवात ने तूफान माईचौंग का रूप ले लिया है। जिसके चलते फिर से मौसम में बड़ा बदलाव आया है। स्थानीय वेधशाला अधीक्षक डॉ. राजेन्द्र कुमार गुप्त ने बताया कि दिन में धूप निकल आई थी। जिसके चलते तापमान में 5 डिग्री का उछाल आ गया था। इससे पहले शनिवार-रविवार रात न्यूनतम तापमान भी 19 डिग्री दर्ज हुआ था। चक्रवात के चलते उत्तरी हवा की रफ्तार तेज हो गई है। रात 8 बजे बाद कोहरा छाने लगा था। जिससे ठंड बढ़ गई है। चक्रवात का असर सोमवार शाम तक प्रदेश की ओर हो सकता है और हल्की बारिश होने की संभावना है। बादल कुछ दिन ओर छाए रहेगें। 8-9 दिसंबर बाद मौसम साफ होगा। जिसके बाद उत्तरी हवा ओर तेज हो जाएगी, जो सर्द रूप लेगी। दिसंबर माह ठंड की आगोश में बना रहेगा।
मौसम का जनजीवन पर पढ़ रहा प्रभाव
एक सप्ताह से मौसम में हो रहे बदलाव का प्रभाव जनजीवन पर पढ़ता दिखाई दे रहा है। तापमान में आ रहे उतार-चढ़ाव से सर्दी-जुखाम का वायरल बना हुआ है। जिसकी चपेट में बच्चे सबसे अधिक आ रहे है। रविवार शाम 10 से 12 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चली हवा के बाद सात बजे बाद ही सड़को पर सन्नाटा छा गया था। 9 बजे बाद पॉश कालोनी में कर्फ्यू सा माहौल बन गया। लोग गरम कपड़ो में दुबके दिखाई देने लगे थे। वही ठंड से बचने के लिये अलाव जलना शुरू गये थे। बाजार भी जल्द बंद हो गया था।