दैनिक अवंतिका
उज्जैन। मतगणना के चलते रविवार सुबह इंजीनियरिंग कॉलेज के बाहर सुबह से ही समर्थकों की भीड़ उमड़ने लग गई थी। इधर पुलिस ने भी मतगणना स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम कर रखे थे। इंजीनियर कॉलेज के बाहर बायपास मार्ग की एक तरफ की सड़क पर बैरिकेट्स लगाकर यहां से निकलने पर रोक लगाई गई थी। वहीं दूसरी तरफ की सड़क पर बड़ी संख्या में कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के समर्थक मौजूद थे। ग्रामीण क्षेत्र से भी कई संख्या में लोग सुबह से इंजीनियरिंग कॉलेज के बाहर जमा हो गए थे। बाहर चाय नाश्ते की दुकान सुबह से सज गई थी और पूरे दिन इंजीनियरिंग कॉलेज के बाहर समर्थकों की चहल पहल रही। लोग मतगणना स्थल के बाहर खड़े होकर दुकानों पर चाय नाश्ता कर चुनावी गपशप करते रहे और अपने-अपने क्षेत्र के प्रत्याशी को कितने वोट मिले उसकी जानकारी लेते रहे । इधर मतगणना स्थल के बाहर कई जगह चाय नाश्ते की दुकान लग गई थी दुकान लगाने वाले दुकानदारों को भी अच्छा खासा रोजगार मिल गया। पूरे दिन उनकी दुकानों पर चाय नाश्ता करने वाले लोगों की चहल-पहल बनी रही। लोग दुकानों पर चाय व भजिए का लुफ्त उठा रहे थे। दिनभर दुकानों पर चहल-पहल बनी रही।अपने प्रत्याशी को बढ़त बनाते हुए देख समर्थक खुशी जाहिर कर नारेबाजी करते रहे। एक खेमे में खुशी थी तो दूसरे में निराशा।यह नजारा पूरे दिन मतगणना स्थल के बाहर चलाता रहा। जैसे ही एलाउंसमेंट होने पर कोई भी प्रत्याशी आगे निकलता तो उनके समर्थक खुशी जाहिर करते और नारेबाजी करने लग जाते और झंडा लहराते हुए झूमने लगते। इस तरह के नजारे इंजीनियरिंग कॉलेज के बाहर पूरे दिन देखने को मिले। ढोल की थाप पर नाचने लगे और आतिशबाजी शुरू हो गई
तराना से कांग्रेस के प्रत्याशी महेश परमार शुरू से ही बढ़त बनाते हुए चल रहे थे। जैसे ही उन्होंने जीत दर्ज की तो उनके समर्थकों में खुशी की लहर छा गई और बाहर खड़े बड़ी संख्या में उनके समर्थक ढोल की थाप पर नाचने व झूमने लगे और आतिशबाजी शुरू हो गई तथा कांग्रेस का झंडा लहराते हुए समर्थक बेरिकेट्स लांगकर बाहर निकल आए और मतगणना स्थल की तरफ जाने की कोशिश करने लगे। लेकिन वहां की सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोका तब जाकर वह माने।
जीते हुए प्रत्याशियों के साथ सेल्फी लेने की मची होड़
जैसे-जैसे प्रत्याशी जीत के करीब पहुंच रहे थे वैसे-वैसे उनके समर्थकों में भी उन्हें देखने की उत्सुकता थी और प्रत्याशियों के जीतने के बाद जैसे ही वह मतगणना स्थल से बाहर निकले तो उनके साथ सेल्फी लेने के लिए लोगों की होड़ मच गई। कई प्रत्याशी तो इतने थक गए थे कि हर कोई उन्हें इधर-उधर खींच कर सेल्फी ले रहा था। लेकिन वह फिर भी उसे निराश नहीं कर रहे थे। ऐसा ही घटिया के प्रत्याशी सतीश मालवीय व तराना के कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार सहित अन्य जीते व प्रत्याशी के साथ हुआ। जैसे ही महेश परमार मतगणना स्थल से बाहर कार में बैठकर वहां से रवाना हुए तो उनके समर्थकों ने उन्हें बाहर घेर लिया और वह कार से उतरे और इस बीच मोबाइल से सेल्फी लेने की होड़ मच गई। इसी तरह सतीश मालवीय भी जब बाहर निकले तो उनको भी उनके समर्थकों ने घेर लिया और मोबाइल से सेल्फी लेने लगे।
महिदपुर की वापस रिकाउटींग हुई
महिदपुर से कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश जैन बोस 290 वोट से जीत गए थे। लेकिन भाजपा प्रत्याशी बहादुर सिंह चौहान द्वारा वापस रिकाउटींग की मांग की गई थी। इस पर दो राउंड की वापस रिकाउटींग हुई। रिकाउटींग में भी कांग्रेस के दिनेश जैन बोस 291 मतों से जीते। दिनेश जैन के विजय घोषित होने के बाद उनके समर्थकों में खुशी की लहर छा गई। वही प्रताप सिंह आर्य महिदपुर से निर्दलीय चुनाव लड़े। उन्हें 20 हजार वोट मिले। लेकिन जैसे ही रिकाउंटिंग में दिनेश जैन बोस को विजय घोषित किया गया तो इधर प्रताप सिंह आर्य के समर्थकों ने भी खुशी जाहिर कर नारे लगाना शुरू कर दिया
जीत के बाद जूलूस की तैयारी
इधर उज्जैन दक्षिण से मोहन यादव ने जीत दर्ज की तो उनके समर्थकों में भी खुशी की लहर छा गई। महामृत्युंजय द्वार के समीप डीजे की धुन पर नाचने लगे और भाजपा का झंडा लहराने लगे। और शाम को भाजपा के उत्तर व दक्षिण के प्रत्याशियों की जीत की खुशी में शहर में कई जगह दिवाली जैसा माहौल देखा गया लोक शक्ति कार्यालय पर भी भाजपा की जीत को लेकर भाजपा के नेता व कार्य करता एक दूसरे को बधाई देकर पार्टी की जीत की खुशी जाहिर करते हुए देखे गए। वही जीत के बाद कुछ प्रत्याशी अपने इष्ट देवता के दर्शन करने पहुंचे इसी तरह अनिल जैन कालूखेड़ा ने भी अपने इष्ट देवता के दर्शन किए और उसके बाद गुरु का आशीर्वाद लेने पहुंच गए। कालूहेड़ा ने जीत की खुशी पारस जैन के साथ बांटी
उज्जैन उत्तर के भाजपा प्रत्याशी अनिल जैन कालूहेड़ा जीत दर्ज करने के बाद वह मतगणना स्थल से रवाना हो गए और अपने समर्थकों के साथ पूर्व विधायक पारस जैन के निवास पर पहुंचे। जहां उन्होंने जीत की खुशी उनके साथ बांटी। पारस जैन ने उन्हें गले लगाया और बधाई दी।