दैनिक अवंतिका उज्जैनआज मंगलवार को प्रीति योग के संयोग में भैरव अष्टमी पर्व मनाया जाएगा। इस अवसर पर भगवान श्री काल भैरव का जन्मोत्सव मनेगा। उज्जैन के प्रसिद्ध कालभैरव सहित नगर के प्राचीन भैरव मंदिरों में रात 12 बजे ढोल-ढमाकों से आरती-पूजन कर जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस दिन पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र, विष कुंभ व सिंह राशि के चंद्रमा की उपस्थिति भी रहेगी। उज्जैन में है प्राचीन अष्ट भैरव के मंदिर, सभी जगह उत्सव उज्जैन में प्राचीन काल से अष्ट भैरव के मंदिर है जहां अष्टमी पर परंपरा अनुसार भगवान भैरव नाथ का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इनमें प्रसिद्ध काल भैरव, विक्रांत भैरव, सीता सित भैरव, आताल पाताल भैरव, आनंद भैरव, बटुक भैरव, दंड पानी भैरव, तोपतोड़ भैरव आदि शामिल है। काल भैरव, आताल-पाताल भैरव की कल सवारी निकलेगी भैरव अष्टमी पर जन्मोत्सव के आयोजन मंदिरों में दो से तीन दिनों तक चलेंगे। भैरवगढ़ स्थित काल भैरव, सिंहपुरी स्थित श्री आताल-पाताल भैरव की बुधवार की शाम को नगर में सवारी निकाली जाएगी। गुरुवार की शाम को आताल-पाताल भैरव मंदिर प्रांगण में बटुक कन्याभोज होगा।