मारपीट करते सामने आया पार्षद का वीडियो पिपलीनाका पर बिजली कंपनी के वाहनों पर हुआ पथराव -आॅलाइन शिकायत पर पहुंचे थे, रहवासियों ने लगाया छेड़छाड का आरोप
दैनिक अवंतिका(उज्जैन) बिजली मीटर की आॅनलाइन शिकायत होने पर गुरूवार को बिजली कंपनी के कनिष्ठ यंत्री और कर्मचारी पिपलीनाका पहुंचे थे। जहां रहवासियों ने वाहनों पर पथराव कर दिया और कर्मचारियों से मारपीट कर मोबाइल तोड़ दिया। घटनाक्रम के बाद दोनों पक्ष थाने पहुंचे थे। कार्तिक मेला ोन मे ंपदस्थ बिजली कंपनी के जेई (कनिष्ठ यंत्री) दुर्गेश सिंह बिजली मीटर की आॅनलाइन शिकायत मिलने पर कर्मचारी अर्जुन राजोरिया और अन्य के साथ पिपलीनाका जांच के लिये पहुंचे थे। इस दौरान एक मकान में लगे मीटर की जांच शुरू की गई, तभी आसपास के लोग आ गये, उन्होने घर में अकेली महिला को देख अंदर जाकर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया और कर्मचारी के साथ मारपीट शुरू कर दी। कुछ युवको ने मोबाइल छीनकर तोड़ दिया। जेई ने बीच-बचाव का प्रयास किया तो उनके साथ भी हाथपाई की गई। इस दौरान क्षेत्र पार्षद हेमंत गेहलोत भी मौके पर आ गये और बिजली कंपनी के लोगों से मारपीट करने लगे। यही नहीं मारपीट करने वालों ने पथराव भी किया, जिससे बिजली कंपनी के वाहन के कांच फूट गये। करीब आधे घंटे तक पिपलीनाका पर हंगामा होता रहा।
थाने पर एक घंटे तक लगा रहा मजमा बिजली कंपनी कर्मचारियों के साथ मारपीट होने पर जेई शिकायत दर्ज कराने जीवाजीगंज थाने पहुंच गये थे। पार्षद हेमंत गोयल भी समर्थको और भाजपा नेताओं के साथ थाने जा पहुंचे, जहां कर्मचारियों पर महिलाओं से छेड़छाड़ का आरोप लगाया जाने लगा। बिजली कंपनी के जेई ने आरोप लगाया कि पूर्व में भृतहरीगुफा के समीप पार्षद ने कहा था कि मेरे क्षेत्र में दिख मत जाना। उनकी ओर से लगाये जा रहे छेड़छाड़ के आरोप ाूठे है। करीब एक घंटे तक थाने के बाहर मजमा लगा रहा। सीएसपी सुमित अग्रवाल ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से शिकायती आवेदन लिया गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। लोगों ने मोबाइल से बनाया घटना का वीडियो बिजली कंपनी के जेई और कर्मचारियों के साथ मारपीट और पत्थरबाजी होने का कुछ लोगों ने मोबाइल से वीडियो बना लिया। जिसमें युवको के साथ पार्षद भी मारपीट करते दिखाई दे रहा है। इससे पहले भी पार्षद हेमंत गोयल का एक वीडियो उस वक्त सामने आया था जब इमली तिराहा से केडी गेट तक मार्ग चौडीकरण का काम शुरू हुआ था। उस दौरान पार्षद ने जेसीबी पर चढ़कर काम रोकने का प्रयास किया था और चालक को थप्पड़ मारे थे। लेकिन उस वक्त मामला ठंडे बस्ते में चला गया था क्योंकि पार्षद नगर निगम का और काम भी नगर निगम ने शुरू किया था।