रविवार को खत्म होगा सीएम फेस का सस्पेंस

नई दिल्ली/ भोपाल। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस कायम है। उम्मीद की जा रही है कि भाजपा आलाकमान आज तीनों राज्यों के लिए पर्यवेक्षकों के नाम तय कर देगा। ये पर्यवेक्षक शनिवार या रविवार को संबंधित राज्य के विधायकों की बैठक में हिस्सा लेंगे और सब कुछ ठीक रहा तो रविवार को मुख्यमंत्री का एलान कर दिया जाएगा। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का नाम काफी पीछे होता जा रहा है, हालांकि एक विचार यह भी किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री जो भी बनाया जाए वह पिछड़ा वर्ग का हो। इस फार्मूले को देखते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल का नाम सबसे आगे चल रहा है। 10 दिसंबर को भाजपा कार्यालय में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। समझा जा रहा है कि पर्यवेक्षक इसमें विधायक दल के नेता यानी मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा करेंगे। यह भी कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री भले ही ओबीसी चेहरा होगा लेकिन कोई नया नाम भी सामने रखा जा सकता है। ओबीसी कार्ड नहीं चला तो ऐसे में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का नाम मुख्यमंत्री की रेस में आगे हो सकता है। ध्यान रहे कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यमंत्री पद के दावेदार कैलाश विजयवर्गीय ने भी कल कहा है कि रविवार तक सीएम पद का सस्पेंस खत्म हो जाएगा। नरेंद्र सिंह तोमर और प्रहलाद पटेल दोनों ने ही संसद के साथ ही साथ केंद्रीय मंत्री पद से भी इस्तीफा दे दिया है, जिसे मंजूर भी कर लिया गया है। हालांकि, कैलाश विजयवर्गीय अभी भी दावेदारी की सूची में शामिल हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश में प्रचंड विजय को लेकर कहा की इसमें पीएम की उपस्थिति ही भरी थी। अमित शाह की रणनीति और नड्डा की पन्ना प्रमुख तक जमावट के कारण जीत मिली है। लाडली बहन योजना भी एक कारण हो सकती है, परंतु क्या छत्तीसगढ़, राजस्थान में भी लाडली बहना थी। छिंदवाड़ा में लाडली बहना नहीं थी क्या? इस तरह विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लाडली बहना योजना के कारण जीत मिलने की संभावना को नकार दिया है।

उप मुख्यमंत्री का फार्मूला भी…

मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में एक-एक उपमुख्यमंत्री और राजस्थान में दो उपमुख्यमंत्री का फार्मूला भी तैयार किया जा रहा है। इसके पीछे लोकसभा चुनाव और सभी वर्गों को महत्व देना भी एक रणनीति है।

राजस्थान: दिल्ली में नड्डा और शाह से मिलीं वसुंधरा….

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दिल्ली में हैं। कल उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में वसुंधरा का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है।

सीएम पद पर प्रहलाद पटेल को लेकर अटकलें तेज…भोपाल एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंचे बीडी शर्मा…

मध्य प्रदेश में भाजपा के अंदर सीएम पद को लेकर हलचल तेज हो गई है। इन अटकलों के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल गुरुवार देररात दिल्ली से भोपाल पहुंचे हैं। भोपाल एयरपोर्ट पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा उन्हें रिसीव करने गए। इसके बाद प्रदेश की सियासत में खलबली मच गई है। साथ ही अटकलें तेज हो गई है क्या प्रहलाद पटेल ने मध्य प्रदेश में बाजी मार ली है। इसके संकेत उनके दिल्ली दौरे से ही मिल रहे है। दिल्ली दौरे के दौरान प्रहलाद पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तक से मुलाकात की है। साथ ही भोपाल आने से पहले भाजपा के दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी का आशीर्वाद लेने पहुंचे।

केंद्रीय मंत्री बनाए जा सकते हैं शिवराज…

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनावों के तत्काल बाद कहा कि यह वक्त दिल्ली नहीं छिंदवाड़ा जाने का है। फिर उन्होंने बार-बार कहा कि 2019 में भाजपा ने प्रदेश की 29 में से 28 सीटें जीती थी। छिंदवाड़ा सीट छूट गई थी। मैं अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रदेश की 29वीं सीट का तोहफा देना चाहता हूं। इसके लिए उन्होंने मिशन छिंदवाड़ा का आगाज भी किया है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मजबूत करने के लिए छिंदवाड़ा सीट का तोहफा उन्हें देना चाहते हैं। विधानसभा चुनावों में छिंदवाड़ा की सातों सीटों पर कांग्रेस के विधायक बने और भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा।