सहायक प्रशासक की नौकरी दिलाने के नाम पर 4.50 लाख की धोखाधड़ी -मोबाइल पर भेजा था श्रम प्रकोष्ठ विभाग का फर्जी लेटर, हिरासत में आरोपी
दैनिक अवन्तिका(उज्जैन) महाकाल मंदिर में सहायक प्रशासक की नौकरी दिलाने का ाांसा देकर युवक ने महिला के साथ 4.50 लाख की धोखाधड़ी कर दी। युवक ने सहायक प्रशासक के साथ श्रम प्रकोष्ठ विभाग में नौकरी दिलाने की बात कहीं थी। महिला की शिकायत पर शनिवार को नीलगंगा थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर युवक को हिरासत में लिया है। नीलगंगा थाना एसआई यादवेन्द्र परिहार ने बताया कि विनिता पति रजनीश गुप्ता 40 वर्ष निवासी शास्त्रीनगर 2021 तक महाकाल मंदिर में महिला सुरक्षाकर्मी का काम करती थी। जहां उसकी पहचान शुभम पिता मनीष गुप्ता 28 वर्ष निवासी यादवनगर थाना चिमनगंज से हुई थी। नौकरी छोड़ने के बाद वर्ष 2022 मई में शुभम गुप्ता ने विनिता से संपर्क किया और सहायक प्रशासक के साथ अन्य किसी भी विभाग में सरकारी नौकरी दिलवाने का ाांसा दिया। विनिता उसकी बातों में आ गई और फरवरी 2023 तक उसे नौकरी के नाम पर 4 लाख 50 हजार रूपये दे बैठी। सालभर में नौकरी नहीं मिलने पर विनिता ने नौकरी के नाम पर दिये रूपये लौटाने को कहा। शुभम गुप्ता आनाकानी करने लगा। विनिता को अपने साथ धोखाधड़ी होने का अहसास होते ही उसने शिकायत दर्ज कराने की बात कहीं तो शुभम ने उसे श्रम प्रकोष्ट विभाग का फर्जी नियुक्ति पत्र बनाकर मोबाइल पर भेज दिया। लेकिन तब तक विनिता शुभम की चाल समा चुकी थी। उसने मामले की शिकायत आवेदन सौंपकर पुलिस को दर्ज कराई। जांच के बाद मामले में पुलिस ने शुभम के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा में प्रकरण दर्ज किया है। सूत्र बता रहे है कि शनिवार रात पुलिस ने शुभम को हिरासत में ले लिया था, जिससे पूछताछ की जा रही है। संभावना है कि आज मामले का खुलासा कर उसे न्यायालय में पेश किया जा सकता है। आरक्षक की नौकरी के नाम हुई थी धोखाधड़ी अक्टूबर माह में नीलगंगा थाने पर पुलिस विभाग के डीएसपी रैंक से सेवानिवृत्त तथाकथित वृद्ध द्वारा आबकारी विभाग में आरक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला पहुंचा था। देवासरोड क्षिप्रा विहार कालोनी में रहने वाले संदीप जाट ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि राजेन्द्र ााला निवासी तिरूपति डायमंड ने जनवरी 2023 में उसे 3 लाख रूपये लिये थे। लेकिन नौकरी नहीं लगवाई। जानकारी जुटाने पर सामने आया कि राजेन्द्र ााला प्रदीप बिसला के भाई से भी नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी की है। नीलगंगा पुलिस ने राजेन्द्र ााला के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया था। तथाकथित डीएसपी मकान पर ताला लगाकर लापता हो गया था।