साथियों के साथ हिरासत में, धारदार हथियार और बाइक बरामद
उज्जैन। ग्राम बिरियाखेड़ी में सड़क किनारे झाडियों में मिली लाश का मामला हत्या का सामने आने पर पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है। चारों ने गलतफहमी में हत्या को अंजाम देकर लाश को ााडियों में फेंक दिया था। वहीं मुख्य आरोपी ने पुलिस को सड़क दुर्घटना की सूचना दी थी।
बिरलाग्राम थाना एसआई लालसिंह डोडिया ने बताया कि 12-13 दिसंबर तड़के 4 बजे बिरियाखेड़ी में रहने वाले मनोज पिता बापूलाल कछावा जाति बंजारा ने पुलिस को सूचना देकर एक युवक की लाश सड़क किनारे ााडियों में पड़ी होने की सूचना दी थी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अस्पताल पहुंचाया। मृतक के शरीर पर गंभीर चोंट के निशान थे। मामला हत्या का सामने आते मृतक की पहचान के प्रयास शुरू किये गये। मृतक जितेन्द्र पिता जसवंतसिंह चौहान (28) निवासी ग्राम बिछडोद घट्टिया का होना सामने आया। पुलिस ने मामले में धारा 302, 34 का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। मृतक के परिजनों के बयान दर्ज किये गये। जिसमें सामने आया कि वह ड्रायवरी करता था और शराब पीने का आदी था। उसका किसी से ऐसा कोई विवाद नहीं था, जिसके चलते उसकी हत्या को अंजाम दिया जा सके। वह बिरियाखेड़ी तक कैसे पहुंचा इसका भी पता नहीं है। हत्या की वजह सामने नहीं आने पर पुलिस ने सूचना देने वाले मनोज बंजारा पर संदेह जताते हुए उसे पूछताछ के लिये हिरासत में ले लिया। जो पुलिस की सख्ती के आगे टूट गया और गलतफहमी में अपने साथी अनिल पिता बाबूलाल मीणा निवासी प्रकाश नगर नागदा, बादल पिता कैलाश चंद्रवंशी ग्राम ठिकरिया थाना बडावदा और विकास पिता मांगीलाल मकवाना निवासी अटलावदा नागदा के साथ मिलकर हत्या करना कबूल कर लिया। पुलिस ने मामले का खुलासा होते ही मनोज के तीनों साथियों को हिरासत में लेकर हत्या में प्रयुक्त हथियार और बाइक बरामद कर ली। एसआई डोडिया ने बताया कि चारों को शुक्रवार दोपहर न्यायालय में पेश किया जाएगा। दरवाजा खटखटाने पर मारी थी तलवार हत्या के मुख्य आरोपी मनोज ने पूछताछ में कबूल किया कि उसकी पहली पत्नी छोड़ कर चली गई थी। उसने ताल की रहने वाली खारोल समाज की पूजा को रख लिया था। पूजा भी पति को छोड़ चुकी थी। लेकिन पूजा के परिवार आये दिन धमकाने आते थे। वह दीपक नेगी के खेत पर बने मकान में रहता है। रात में दरवाजा खटखटाने पर लगा कि पूजा के मायके वाले फिर आ गये है। उसने अपने ढाबा संचालित करने वाले साथी अनिल मीणा और दोस्त बादल, विकास को सूचना देकर बुलाया। वहीं दरवाजा खोलते ही अंधेरे में तलवार से हमला कर दिया। साथियों ने भी आकर मारपीट शुरू कर दी। दरवाजा खटखटाने वाला खून से लथपथ होने पर गिर पड़ा था। जिसे बाद में देखा तो वह कोई ओर था, जिसे पहचानते नहीं थे।दुर्घटना बताने के लिये सड़क किनारे फेंकी लाश चारों आरोपितों से पूछताछ में सामने आया कि घटनाक्रम रात 11.45 बजे का है, अज्ञात व्यक्ति की मारपीट समौत होने पर वह घबरा गये थे। घटना को छुपाने के लिये उन्होने रात में ही योजना बनाई और मामले का दुर्घटना बताने के लिये ढाबा संचालक अपनी बाइक लेकर आया। चारों ने मिलकर शव को सड़क किनारे ाांडियों के पास फेंक दिया और लौट आये। उसके तीन-चार घंटे बाद मनोज ने डायल हंड्रेड पर कॉल किया और बताया कि दुर्घटना में एक युवक की मौत हो गई है। पुलिस ने लाश मिलने के घटनास्थल से हत्या का स्थल डेढ़ मीटर दूर होने पर हत्या के मामले में साक्ष्य छुपाने की धरा भी बढ़ाई है। मामले का किया गया खुलासा गुरूवार दोपहर को बिरलाग्राम सीएसपी ब्रजेश श्रीवास्तव ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हत्या के मामले में चारों आरोपितों को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी पिंकी आकाश, एसआई योगिता उपाध्याय, लालसिंह डोडिया, एएसआई भुवानसिंह, प्रधान आरक्षक कालूराम, भैरूलाल, विजय थापा और टीम की भूमिका रही है।