मैनेजर द्वारा सौंपी स्वैप मशीन की स्लीप नानाखेड़ा पेट्रोल पम्प पर स्वैप मशीन से साढ़े चार लाख का गबन -डेढ़ माह तक जांच में उलाी रही पुलिस, 2 पर प्रकरण दर्ज
दैनिक अवन्तिका
उज्जैन। पेट्रोल पम्प पर नाबालिग कर्मचारी और उसके दोस्त ने मिलकर स्वैप मशीन की मदद से करीब साढ़े चार लाख रुपए का गबन कर दिया। मैनेजर को अनियमितता का पता चला शिकायती आवेदन नानाखेड़ा थाना पुलिस को सौंपा गया। पुलिस डेढ़ माह तक जांच में उलाी रही। अब मामले में 2 युवको के खिलाफ धारा 409, 420, 467, 468, 471, 34 में प्रकरण दर्ज किया गया है।
नानाखेड़ा थाना एसआई सचिन्द्रपाल सिंह सेंधव ने बताया कि सी 21 मॉल के सामने बघेल पेट्रोल पम्प पर 8 सितंबर को अन्नपूर्णा नगर निवासी नाबालिग युवक काम करने आया था। युवक ने 17 अक्टूबर तक पेट्रोल पम्प पर काम किया। इस दौरान वह अपने दोस्त हिमांशु के साथ मिलकर स्वैप मशीन की मदद से पम्प मलिक को हर दिन हजारों रुपयों की चपत लगाता रहा। नाबालिग के हिसाब में रोजाना अनियमितता होने पर मैनेजर ने खातों का मिलान किया तो साढ़े चार लाख से अधिक की राशि जमा नहीं होना सामने आया। कर्मचारी से पूछताछ की गई तो उसने हिमांशु द्वारा मशीन देने की बात कही। हिमांशु से पूछने पर उसने पूरे मामले से हाथ खींच लिए और सारा पैसा पेट्रोल पम्प कर्मचारी के पास होना बताया। दोनों के आनाकानी करने पर मामले की शिकायत आवेदन देकर पेट्रोल पम्प मैनेजर द्वारा की गई। लगभग डेढ़ महीने की जांच के बाद मामले में पुलिस ने रैमसिंह की शिकायत पर हिमांशु सैनी पटेलनगर और नाबालिग के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। जल्द दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी।
स्वैप मशीन से 90 बार किया ट्रांजेक्शन
पेट्रोल पंप प्रबंधक प्रशांत माकोडे ने बताया कि दोनों के द्वारा स्वैप मशीन से 90 बार ट्रांजेक्शन किया जाना सामने आया है। दोनों मशीन से निकलने वाली स्लीप जमा कराते थे, लेकिन रूपये किसके खाते में जाते थे यह सामने नहीं आ पाया। स्लीप फर्जी होना सामने आ रही है। जिस पर सोनू शर्मा, शैलेन्द्र जैन, भूपेंद्र कार्तिके और अक्षय नरवानी के नाम है। दोनों ने किस तरह से धोखाधड़ी की यह पुलिस पूछताछ के बाद ही सामने आ पायेगा। मामला उजागर होने के बाद दोनों के परिजनों ने रूपये लौटाने की बात कहीं थी, लेकिन काफी समय बाद भी रूपये नहीं लौटाये गये। जिसके चलते शिकायत की गई थी।
नाबालिग के परिजन बोले फंसा गया
अन्नपूर्णा नगर में रहने वाले नाबालिग के परिजनों का कहना था कि उनके बेटे को फंसा गया है। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की थी, बाद में छोड़ दिया था। धोखाधड़ी का पैसा शुभम के पास है। नाबालिग की मां आशा चौहान ने मामले में पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर पुत्र को मामले में ाूठा फंसाने का शिकायती आवेदन भी सौंपाकर जांच की मांग रखी थी।