सेंट्रल लायब्रेरी के जर्जर भवन से हादसे की आशंका

 

6 प्रोजेक्ट को स्वीकृति देने के बाद भी की जा रही अनदेखी

इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की सेंट्रल लायब्रेरी का भवन अत्यन्त ही जर्जर हो चुका है, जिससे हादसे की आशंका बनी हुई है। हद तो यह है कि करोड़ों की लागत से 6 प्रोजेक्ट स्वीकृत करा लिए गए, लेकिन ग्रंथालय की बिल्डिंग की अनदेखी की जा रही है। इससे स्टूडेंट्स परेशान हैं और उनमें आक्रोश है।

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के केंद्रीय ग्रंथालय की बिल्डिंग 1974 में बनी थी। इसमें 2 लाख 1 4 हजार पुस्तकें संग्रहित हैं। पिछले 49 साल में यह भवन अत्यन्त ही जर्जर हो चुका है। कई जगह से प्लास्टर उखड़ चुका है और कई जगह सरिए दिखने लगे हैं। इसके चलते हादसे की आशंका बनी हुई है।
बावजूद इसके, इस भवन के नवीनीकरण के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है। दूसरी ओर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा बजाए सेंट्रल लायब्रेरी बिल्डिंग का नवीनीकरण करने के 30 करोड़ 39 लाख रुपए के 6 प्रोजेक्ट स्वीकृत किए गए हैं। इससे स्टूडेंट्स में तीव्र आक्रोश है।