लॉकर का ताला टूटे बिना गायब हुए ढाई लाख -पुलिस को मामले में संदेह, शुरू की जांच
दैनिक अवन्तिका उज्जैन। मकान की रजिस्ट्री के लिये अलमारी के लॉकर में रखे ढाई लाख रूपये गायब होने का मामला सामने आया है। खास बात यह रही कि ताला टूटा नहीं था, वहीं लॉकर में रखे डेढ़ के आभूषण सुरक्षित थे। पुलिस को मामले में संदेह बना हुआ है। फिलहाल प्रकरण दर्ज कर जांच की जा रही है। महाकाल थाना पुलिस ने बताया कि पांड्याखेड़ी त्रिवेदी कालोनी में रहने वाले करण पिता जगदीश भारती का एक मकान दानीगेट पर बना हुआ है। जहां उसकी वृद्ध मां मीरा भारती अकेली रहती है। करण ने नवबंर माह में मकान की रजिस्ट्री कराने के लिये मां के मकान में रखी अलमारी के लॉकर में ढाई लाख रूपये नगद रखे थे। 13 दिसंबर को उसे मकान की रजिस्ट्री करना था, वह मां के घर दानीगेट पहुंचा और अलमारी का लॉकर खोला। उसे ढाई लाख रूपये गायब मिले। लॉकर में करीब सवा लाख रूपये के आभूषण भी थे, जो सुरक्षित रखे थे। उसने मां से रूपयों के बारे में पूछताछ की, मां का कहना था कि उसने लॉकर खोला ही नहीं, वहीं घर में कोई आया भी नहीं था, लॉकर में तो ताला लगा हुआ था। करण ने मामले की शिकायत महाकाल थाना पुलिस से की। पुलिस विवेचना के लिये पहुंची। घटना संदेहास्पद होना सामने आई। ना तो लॉकर का ताला टूटा था और ना ही आभूषण चोरी हुए थे। पुलिस ने जांच का आश्वासन दिया। लेकिन तीन दिन बाद भी कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया। शनिवार रात मामले में अज्ञात के खिलाफ चोरी का प्रकरण दर्ज किया गया है। प्रधान आरक्षक राजपालसिंह ने बताया कि जांच के बाद ही ढाई लाख रूपये गायब होने का मामला स्पष्ट हो पायेगा। शिकायत करने वाले करण की पत्नी तैय्यबा भारती डॉक्टर है, जो भैरूनाला और त्रिवेदी कालोनी में क्लीनिक संचालित करती है। करण क्लीनिक का कामकाज संभालता है।