ईमानदारी की दुहाई देने वाले अफसर की वेतन से 5 गुना ज्यादा संपत्ति, एमपी एग्रो के अफसर के इंदौर, धार, शाजापुर, भोपाल स्थित ठिकानों पर लोकायुक्त छापा, प्रारंभिक रिपोर्ट में ही 4 करोड़ की संपत्ति मिली
ब्रह्मास्त्र इंदौर। ईओडब्ल्यू इंदौर की टीम ने धार में पदस्थ एमपी एग्रो के जिला प्रबंधक रमेशचंद्र रूपरिया के इंदौर, धार , भोपाल और शाजापुर के छह ठिकानों पर छापा मारा है। प्रारंभिक रिपोर्ट में ही टीम को चार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का पता चला है, जबकि उसका अब तक का कुल वेतन 80 लाख रुपए है। अब तक वेतन से 5 गुना अधिक संपत्ति का पता चल चुका है।
ईओडबल्यू एसपी धनंजय शाह के मुताबिक छह टीम बनाकर कल सुबह पांच बजे सर्च के लिए रवाना की गई थी। इंदौर में ही टीम को फ्लैट, प्लाॅट मकान पता चले हैं। धार और शाजापुर में रूपारिया के यहां लग्जरी मकान, कार मिली है। लंबे समय से विभाग को उसके द्वारा अनाज के भंडारण, तुलाई में गड़बड़ी किए जाने की सूचना मिल रही थी।
डीएसपी अनिरूद्ध वाधिया के मुताबिक 237 आलोक नगर स्थित प्लाॅट पर आलीशान बंगला मिला है। इसमें महंगा इंटीरियर, फर्नीचर, विलासिता का सामान मिला है।रूपारिया इस घर में अवकाश के दिनों में आकर रहता है। इसी घर में जांच करने पर बायपास स्थित सिल्वर स्प्रिंग टाउनशिप के नाकोड़ा अपार्टमेंट में फ्लैट, आलोक नगर स्थित सूर्यांश एक्जोटिका में फ्लैट की जानकारी मिली है। धार के त्रिमूर्ति नगर में मकान, शाजापुर स्थित पैतृक गांव में मकान, भोपाल में कोलार रोड स्थित मल्टी में फ्लैैट होने की जानकारी भी मिली है। शाजापुर में मकान के अलावा, फार्म हाउस भी बना रखा है। परिजन के नाम चार मंजिला हाॅस्पिटल भी मिला है। बेटे के नाम पर दो कार भी पता चली है। फार्म में ट्रैक्टर, ट्राॅली भी मिली है। कुर्सी के पीछे लगे बोर्ड से रूपारिया हमेशा खुद को बहुत ईमानदार साबित करने की कोशिश करता था।
पत्नी और बेटे के नाम भी संपत्ति के दस्तावेज
रूपरिया की पत्नी और बेटे के नाम भी संपत्ति के कुछ दस्तावेज मिले हैं। बेटा प्राइवेट नौकरी करता है। घर से बीमा पॉलिसियां और एक दर्जन बैंक खातों की जानकारी मिली है। गाड़ियां भी मिली हैं। अब तक की जांच में कोई लॉकर या सोना नहीं मिला है। घर की तलाशी जारी है।