महाकाल मंदिर और महाकाल लोक क्षेत्र हो सकता है नो-व्हीकल जोन – केवल पैदल आ-जा सकेंगे, लगातार बढ़ रही वाहनों की संख्या – रोज लग रहे जाम से मुक्ति के लिए प्रशासन ले सकता है फैसला
दैनिक अवंतिका उज्जैन।
उज्जैन में महाकाल दर्शन करने और महाकाल लोक को देखने के लिए रोज लाखों श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। इसके चलते इन दोनों क्षेत्रों को प्रशासन नो-व्हीकल जोन घोषित कर सकता है। इस पर अफसर मंथन कर रहे हैं। क्योंकि रोजाना ही महाकाल मंदिर व महाकाल लोक के आसपास के क्षेत्र में वाहनों का जाम लग रहा है। इससे न केवल बाहर से आने वाले यात्री परेशान हो रहे हैं बल्कि सबसे अधिक दिक्कत उन लोगों की हो गई है जो इन क्षेत्रों में निवास करते हैं। इस बड़ी समस्या से निपटने के लिए अब उज्जैन जिला प्रशासन महाकाल मंदिर व महाकाल लोक के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों को नो-व्हीकल जोन बनाकर इसे पूर्ण रूप से पैदल जोन करना चाहता है ताकि लोगों को वाहनों के इस जाम से राहत मिल सके। इसे लेकर प्रशासन के वरिष्ठ अफसर मंथन कर रहे हैं कि किस तरह से यहां वाहनों को प्रतिबंधित किया जाए।
27 दिसंबर को कलेक्टर ने बुलाई बैठक, इसमें ले सकते हैं निर्णय 27 दिसंबर को जिला सड़क सुरक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। इस बैठक में महाकाल मंदिर व महाकाल लोक के आसपास के क्षेत्रों को नो-व्हीकल जोन घोषित करने का निर्णय लिया जा सकता है। प्रशासनिक संकुल में 27 तारीख की शाम 5 बजे कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में यह बैठक होने वाली है। इसमें परिवहन आयुक्त द्वारा पूर्व में दिए गए निर्देशों पर भी चर्चा की जाएगी। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण महाकाल मंदिर एवं महालोक के आसपास वाहन प्रतिबंधित किए जाने को लेकर चर्चा की जाना है। मंदिर क्षेत्र में बढ़ते यातायात को रोकने ले सकते हैं बढ़ा निर्णय दरअसल मंदिर व महालोक क्षेत्र में बढ़ते ट्रैफिक के दबाव को देखते हुए आसपास के क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित किए जाने के प्रस्ताव बना है। उज्जैन जिला प्रशासन इस विषय पर पहले भी कई बार विचार कर चुका है पर इस बार सख्ती से निर्णय ले सकते हैं। बैठक में स्मार्ट सिटी के माध्यम से महाकाल वन एवं महाकाल लोक के प्रस्तावित प्रतिबंधित क्षेत्र में अस्वस्थ, वृद्ध एवं बच्चों के सुगम यातायात की प्लानिंग पर भी चर्चा की जाएगी। इसके अलावा जिले के नए ब्लैक स्पॉट के परिशोधन, स्कूली वाहनों की संख्या एवं उनमें कैमरे लगाने के बारे में, शहरी क्षेत्रों में यातायात नियंत्रण व ट्रैक्टर ट्रॉलियों में रिफ्लेक्टर लगाने आदि के बिंदुओं पर चर्चा होगी। शहर का पहला नो-व्हीकल जोन बना हरसिद्धि चौराहा, श्रद्धालु को सुविधा नो-व्हीकल जोन के बाद हरसिद्धि चौराहा। प्रशासन ने अभी महाकाल मंदिर के आसपास सबसे पहले हरसिद्धि चौराहे को नो-व्हीकल जोन घोषित किया है। इसके बाद यहां हरसिद्धि शक्तिपीठ के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को पैदल आवागमन में सुविधा मिलने लगी है। ऑटो, ई-रिक्शा समेत लोगों के सहयोग के चलते शहर का पहला नो-व्हीकल जोन हरसिद्धि क्षेत्र को बनाए जाने के बाद अब यहां लगने वाले ठेले, भक्ति भंडार व फूल प्रसादी दुकानों को भी एक जैसे क्रम में ही लगाया जा रहा है।