महापौर ने अमृत 2.0 के अन्तर्गत नगरीय अद्योसंरचना विकास निधि एवं अन्य मद से राशि उपलब्ध करने के संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र सौपा
दैनिक अवन्तिका उज्जैन महापौर मुकेश टटवाल ने शनिवार को मा. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के उज्जैन प्रवास पर उनसे भेंट करते हुए अमृत 2.0 के अन्तर्गत स्वीकृत उज्जैन शहर की जल आवर्धन योजना के लिए नगरीय अद्योसंरचना विकास निधि एवं अन्य मद से राशि उपलब्ध करने के संबंध में पत्र सोपा है पत्र में उल्लेख किया गया है कि उज्जैन महत्वपूर्ण धार्मिक नगरी होने से आपके सहयोग एवं मार्ग दर्शन में स्थानीय निवासियों के साथ-साथ आगंतुक श्रृद्धालुओं को भी सभी आवश्यक सुविधाए उपलब्ध कराने के लिए उज्जैन नगर पालिक निगम कृत संकल्पित उज्जैन शहर अमृत 2.0 अंतर्गत चयनित शहर है, शहरी अद्योसंरचना विकास निधि (UIDF) अन्तर्गत पूंजीगत कार्यों के लिए प्रथम अनुपूरक बजट वर्ष 2023-24 नई बजट लाइन के तहत शहर की जल आपूर्ति नेटवर्क हेतु प्रारंभिक योजना कुल लागत राशि 186.78 करोड़ रूपये के प्रस्ताव प्रमुख अभियंता नगरीय प्रशासन एवं विकास भोपाल (म.प्र.) को उनके पत्र क्रमांक या.प्र./07-3/8494 भोपाल दिनांक 14/07/2023 के क्रम में नगर पालिक निगम उज्जैन द्वारा पत्र क्रमांक 3690/पेयजल/2023 दिनांक 03/10/2023 से सक्षम स्वीकृति हेतु प्रेषित किये गये है, किन्तु आज दिनांक स्वीकृति अप्राप्त है। उज्जैन शहर की जलप्रदाय योजना अन्तर्गत मुख्य रूप से गऊघाट स्थित जलयंत्रालय वर्ष 1952 में निर्मित, वर्ष 1980 में निर्मित इंटेकवेल, वर्ष 1980 से 2016 तक समय समय पर तैयार किये गये जलशोधन संयंत्र तथा वर्ष 1980 से लेकर वर्ष 2016 तक विभिन्न टंकियों तक बिछाई गई राईजिंग मैन पाईप लाइन व डिस्ट्रीबूशन पाईप लाइने लगभग 100 वर्ष पूर्व से लेकर हाल के वर्षों तक जलप्रदाय संबंधी कार्य सम्मिलित है। उज्जैन शहर की जनसंख्या में वृद्धि हुई है इसके अतिरिक्त शहर का विस्तारीकरण के साथ-साथ उज्जैन शहर प्रदेश की महत्वपूर्ण धार्मिक एवं पौराणिक पर्यटन नगरी होने से यहां आयोजित होने वाले उत्सवों एवं स्नान पर्वो पर शहर के अलावा दूरदराज के लगभग दो लाख श्रृद्धालुओं का प्रतिदिन आगमन होता है। माह अक्टूबर 2022 में महाकाल लोक कॉरिडोर के लोकार्पण उपरांत शहर में फ्लोंटिग जनसंख्या कई गुना बढ़ गई है, जिससे पेयजल की पर्याप्त पूर्ति में समस्या उत्पन्न हो रही है। उक्त स्थिति में उज्जैन शहर की जलप्रदाय व्यवस्था की सुदृणीकरण की अत्यंत आवश्यकता होने से अमृत 2.0 अन्तर्गत शहर की जल आवर्धन योजना अन्तर्गत अतिआवश्यक कार्यो का प्रावधान कर कुल लागत राशि रूपये 200 करोड़ की प्रस्तावित की गई है, जिसके तहत केवल राशि रूपये 30 करोड़ की ही स्वीकृति प्राप्त हुई है। प्रारंभिक अनुमान पत्रक अनुसार कुल राशि रूपये 186.76 करोड़ के न्यूनतम प्रस्तावों की स्वीकृति एवं आवंटन मुख्यमंत्री अद्योसंरचना अथवा अन्य मद से उपलब्ध कराया जाना अति आवश्यक है। कार्यों की महत्ता को दृष्टिगत रखते हुए प्रस्तावों की स्वीकृति एवं आवंटन उपलब्ध कराने हेतु अनुरोध है।